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नक्सली घटनाओं में आम लोगों की मौत के सवाल पर भड़के गृहमंत्री विजय शर्मा, पिछले सत्र में पूछे सवाल दोहराया, हंगामा - CHHATTISGARH WINTER SESSION

छत्तीसगढ़ विधानसभा शीतकालीन सत्र में आज तीसरे दिन की कार्यवाही में नेता प्रतिपक्ष चरणदास महंत ने नक्सली घटनाओं पर सवाल किया.

CHHATTISGARH WINTER SESSION
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By ETV Bharat Chhattisgarh Team

Published : Dec 19, 2024, 1:11 PM IST

Updated : Dec 19, 2024, 7:19 PM IST

रायपुर: अबूझमाड़ में 12 दिसंबर को मुठभेड़ हुई. इस मुठभेड़ में 40 लाख के 7 इनामी नक्सलियों को मार गिराने का दावा सुरक्षा बलों ने किया. इस एनकाउंटर में गांव के चार नाबालिग भी घायल हुए. जिसके बाद ग्रामीणों, सोशल एक्टविस्ट और पूर्व सीएम भूपेश बघेल ने मुठभेड़ पर सवाल उठाए. इधर छत्तीसगढ़ विधानसभा शीतकालीन सत्र में तीसरे दिन की कार्यवाही के दौरान प्रश्नकाल में नेता प्रतिपक्ष चरणदास महंत ने नक्सली घटनाओं में आम लोगों की मौत को लेकर सवाल पूछा.

चरणदास महंत का गृहमंत्री से सवाल: नेता प्रतिपक्ष चरणदास महंत ने गृह मंत्री विजय शर्मा से प्रश्न पूछा "1 जुलाई से 24 नवंबर 2024 तक नक्सली घटनाओं में 24 आम आदमियों की मौत आपने स्वीकार किया है. इनमें से कितने जनप्रतिनिधि है, कितने बच्चे हैं, कितने आम लोग है. उनका नाम, पता और उम्र के बारे में जानकारी दे पाएंगे?"

छत्तीसगढ़ विधानसभा शीतकालीन सत्र (ETV Bharat Chhattisgarh)

गृह मंत्री विजय शर्मा ने चरण दास महंत के सवाल का जवाब देना शुरू किया. उन्होंने कहा "नक्सलवाद का दंश पूरा समाज झेल रहा है. 1995 में नेता प्रतिपक्ष चरणदास महंत जब अविभाजित मध्य प्रदेश के गृह मंत्री थे तब भी नक्सलवाद बड़ा मुद्दा था. जानकारी देने में कोई परेशानी नहीं है लेकिन कुछ बातों का ध्यान रखना जरूरी है."

गृह मंत्री विजय शर्मा ने मानसून सत्र में पूछे सवाल का मुद्दा उठाया: सवाल गृह मंत्री शर्मा ने कहा कि 24 जुलाई को विधानसभा के मानसून सत्र के दौरान नेता प्रतिपक्ष चरणदास महंत ने सवाल किया था कि "मेरी शंका है कि नक्सली बताने के लिए पुलिसवाले भरमार बंदूक को ले जाते हैं, उसकी बॉडी के साथ भरमार रख देते हैं. भरमार बंदूक जब्त हो जाता है और वह नक्सली हो जाता है." इस तरह का आरोप नेता प्रतिपक्ष ने जवानों पर लगाया था. सुरक्षा बलों पर लगाया था." ये बोलते हुए गृहमंत्री आवेश में आ गए.

विजय शर्मा ने सदन में पिछले प्रश्नों की सूची के बारे में बताते हुए आगे कहा कि "सारे प्रश्नों की सूची मेरे पास है. कौन कौन नक्सली है, कौन कहां है. बारूद असलहा किस माल खाने में रखा है. एक प्रश्न किया गया विधायक रेणु जोगी के माध्यम से, जिसे 29 फरवरी 2020 को पूछा गया. 15 फरवरी को 2021 को धनेंद्र साहू ने पूछा." गृह मंत्री के इतना बोलते ही सदन में हंगामा शुरू हो गया. विपक्ष ने सत्ता पक्ष पर सदन को गुमराह करने का आरोप लगाया. इस बीच विधानसभा अध्यक्ष ने गृहमंत्री को सवाल पर केंद्रित रहने को कहा. इसके बाद भी सत्ता पक्ष और विपक्ष के बीच काफी हंगामा हुआ.

विधानसभा अध्यक्ष की गृह मंत्री को नसीहत: विधानसभा अध्यक्ष रमन सिंह ने विजय शर्मा को कहा कि " आप गृह मंत्री है. इस बात का ध्यान रखे कि सदन में आसंदी द्वारा किसी निर्णय की चर्चा दोबारा नहीं की जाती. अपने सवाल पर केंद्रित रहे."

विधानसभा अध्यक्ष की नसीहत के बाद सदन में गृहमंत्री विजय शर्मा ने नेता प्रतिपक्ष के सवालों का जवाब देते हुए कहा कि 25 नवंबर को नेता प्रतिपक्ष को इसकी पूरी जानकारी लिखित में दी जा चुकी है. आम लोगों के संबंध में पूरी सूची है. पुराने सवालों के जवाब की भी पूरी जानकारी है.

महंत ने जवाब मिलने से किया इंकार: विजय शर्मा के इस जवाब पर चरणदास महंत ने कहा कि "25 नवंबर को जो सवाल का उत्तर भेजा था. जिसे आपका सिपाही मेरे बाहर सिपाही को देकर आया. क्या मेरे ऑफिस में दिया गया. मुझे अब तक जानकारी नहीं मिली. क्या इसके बारे में आपके पास कोई पावती है. इस वजह से इस बार भी सवाल किया."

सदन में उठा भरमार बंदूक का मुद्दा: महंत ने कहा "मैंने पूछा था कि भरमार कहां से आते हैं. भरमार कैसे होता है, इसके बारे में सब जानना चाहते हैं. प्रदेश में कितने भरमार है, इसकी जानकारी आपको होनी चाहिए. जो नक्सली मारे गए, उनके पास 21 भरमार जब्त हुए हैं. मेरा आरोप ये नहीं है कि भरमार आप सप्लाई कर रहे हैं. मेरा पुलिस पर शंका है." इस दौरान कुरुद विधायक अजय चंद्राकर ने बीच में टोकते हुए कहा कि चरणदास महंत सदन में लंबा प्रश्न पूछने का रिकॉर्ड बना रहे है. इतना लंबा प्रश्न बहुत कम होता है.

इसके बाद महंत ने कहा कि गृहमंत्री कुछ विचलित हो रहे हैं. रात 3 बजे तक कवि सम्मेलन देखकर आए हैं. उनकी नींद पूरी नहीं हुई है इसलिए वे आज विचलित हो रहे हैं. भरमार कोई गड़बड़ प्रश्न नहीं है. वहां जाकर जांच कर लें.

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चरणदास महंत का गृहमंत्री से सवाल: नेता प्रतिपक्ष चरणदास महंत ने गृह मंत्री विजय शर्मा से प्रश्न पूछा "1 जुलाई से 24 नवंबर 2024 तक नक्सली घटनाओं में 24 आम आदमियों की मौत आपने स्वीकार किया है. इनमें से कितने जनप्रतिनिधि है, कितने बच्चे हैं, कितने आम लोग है. उनका नाम, पता और उम्र के बारे में जानकारी दे पाएंगे?"

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गृह मंत्री विजय शर्मा ने चरण दास महंत के सवाल का जवाब देना शुरू किया. उन्होंने कहा "नक्सलवाद का दंश पूरा समाज झेल रहा है. 1995 में नेता प्रतिपक्ष चरणदास महंत जब अविभाजित मध्य प्रदेश के गृह मंत्री थे तब भी नक्सलवाद बड़ा मुद्दा था. जानकारी देने में कोई परेशानी नहीं है लेकिन कुछ बातों का ध्यान रखना जरूरी है."

गृह मंत्री विजय शर्मा ने मानसून सत्र में पूछे सवाल का मुद्दा उठाया: सवाल गृह मंत्री शर्मा ने कहा कि 24 जुलाई को विधानसभा के मानसून सत्र के दौरान नेता प्रतिपक्ष चरणदास महंत ने सवाल किया था कि "मेरी शंका है कि नक्सली बताने के लिए पुलिसवाले भरमार बंदूक को ले जाते हैं, उसकी बॉडी के साथ भरमार रख देते हैं. भरमार बंदूक जब्त हो जाता है और वह नक्सली हो जाता है." इस तरह का आरोप नेता प्रतिपक्ष ने जवानों पर लगाया था. सुरक्षा बलों पर लगाया था." ये बोलते हुए गृहमंत्री आवेश में आ गए.

विजय शर्मा ने सदन में पिछले प्रश्नों की सूची के बारे में बताते हुए आगे कहा कि "सारे प्रश्नों की सूची मेरे पास है. कौन कौन नक्सली है, कौन कहां है. बारूद असलहा किस माल खाने में रखा है. एक प्रश्न किया गया विधायक रेणु जोगी के माध्यम से, जिसे 29 फरवरी 2020 को पूछा गया. 15 फरवरी को 2021 को धनेंद्र साहू ने पूछा." गृह मंत्री के इतना बोलते ही सदन में हंगामा शुरू हो गया. विपक्ष ने सत्ता पक्ष पर सदन को गुमराह करने का आरोप लगाया. इस बीच विधानसभा अध्यक्ष ने गृहमंत्री को सवाल पर केंद्रित रहने को कहा. इसके बाद भी सत्ता पक्ष और विपक्ष के बीच काफी हंगामा हुआ.

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महंत ने जवाब मिलने से किया इंकार: विजय शर्मा के इस जवाब पर चरणदास महंत ने कहा कि "25 नवंबर को जो सवाल का उत्तर भेजा था. जिसे आपका सिपाही मेरे बाहर सिपाही को देकर आया. क्या मेरे ऑफिस में दिया गया. मुझे अब तक जानकारी नहीं मिली. क्या इसके बारे में आपके पास कोई पावती है. इस वजह से इस बार भी सवाल किया."

सदन में उठा भरमार बंदूक का मुद्दा: महंत ने कहा "मैंने पूछा था कि भरमार कहां से आते हैं. भरमार कैसे होता है, इसके बारे में सब जानना चाहते हैं. प्रदेश में कितने भरमार है, इसकी जानकारी आपको होनी चाहिए. जो नक्सली मारे गए, उनके पास 21 भरमार जब्त हुए हैं. मेरा आरोप ये नहीं है कि भरमार आप सप्लाई कर रहे हैं. मेरा पुलिस पर शंका है." इस दौरान कुरुद विधायक अजय चंद्राकर ने बीच में टोकते हुए कहा कि चरणदास महंत सदन में लंबा प्रश्न पूछने का रिकॉर्ड बना रहे है. इतना लंबा प्रश्न बहुत कम होता है.

इसके बाद महंत ने कहा कि गृहमंत्री कुछ विचलित हो रहे हैं. रात 3 बजे तक कवि सम्मेलन देखकर आए हैं. उनकी नींद पूरी नहीं हुई है इसलिए वे आज विचलित हो रहे हैं. भरमार कोई गड़बड़ प्रश्न नहीं है. वहां जाकर जांच कर लें.

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Last Updated : Dec 19, 2024, 7:19 PM IST
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