गौरेला पेंड्रा मरवाही : किर्गिस्तान में गौरेला पेंड्रा मरवाही की एक बच्ची आयशा शिरीन रॉय भी फंसी हुई हैं. आयशा खुद को असुरक्षित मानते हुए अपने परिजनों और छत्तीसगढ़ सरकार से मदद मांगी है. आयशा शिरीन रॉय की मां बिलासपुर सिम्स मेडिकल कॉलेज में हैं. शिरीन की देखरेख उसके मामा मामी ही करते हैं. शिरीन की इच्छा डॉक्टर बनने की थीं, इसलिए उसे किर्गिस्तान भेज दिए. जहां वो एमबीबीएस की पढ़ाई कर रही है.
स्थानीय विवाद के बाद बिगड़े हालात : लेकिन किर्गिस्तान में हुए विवाद के बाद वहां का माहौल बदला और स्थिति बिगड़ गई. मौजूदा समय में पाकिस्तानी छात्रों को वहां की सरकार ने वापस बुला लिया.लेकिन भारत के छात्र फंसे हुए हैं.वहीं भारत और पाकिस्तान के छात्रों के चेहरे एक जैसे होने के कारण स्थिति काफी गंभीर है. भारतीय छात्रों के साथ कभी भी गंभीर घटना हो सकती है. आयशा शिरीन समेत कई भारतीय छात्र बंकर में रहकर जिंदगी के लिए संघर्ष कर रहे हैं. जिन्हें रहने, खाने, लाइट जलाने तक की दिक्कत हो रही है.
आयशा शिरीन ने परिवार को भेजा वीडियो : आयशा शिरीन ने अपने परिवार वालों को एक वीडियो भी भेजा है. जिसमें वो मदद की गुहार लगा रही है. आयशा के मामा मामी और परिजन जिला प्रशासन से भी जाकर मुलाकात की है. परिवार के मुताबिक एक दिन पहले उन्होंने शिरीन से वाट्सअप कॉल की मदद से बात की थी.लेकिन मौजूदा समय में बात नहीं हो पा रही है.
किर्गिस्तान में क्यों भड़की हिंसा : किर्गिस्तान में हिंसा क्यों भड़की इसकी असल वजह अलग-अलग है. सूत्रों की माने तो विवाद पाकिस्तानी स्टूडेंट और लोकल लोगों के बीच हुआ झगड़ा है. 13 मई को पाकिस्तानी स्टूडेंट से कुछ लोकल लड़कों ने सिगरेट मांगी थी.लेकिन उसने नहीं दी.इसके बाद लोकल लोगों ने पाकिस्तानी स्टूडेंट को पीटा.यही नहीं अगले दिन मिस्त्र के छात्रों से भी हॉस्टल में घुसकर मारपीट की गई. इन दोनों घटनाओं का वीडियो सोशल मीडिया में वायरल हुआ.जिसके बाद किर्गिस्तान में हालात बिगड़ने लगे.वहां के स्थानीय लोग बाहरी स्टूडेंट्स को निशाना बनाने लगे.अब पूरे किर्गिस्तान में बाहर से आकर पढ़ाई करने वालों की जान खतरे में है.
सीएम साय ने स्टूडेंट्स का हाल चाल पूछा और उनका हौसला बढ़ाया: आपको बता दें कि सीएम साय ने बिलासपुर के मस्तूरी निवासी छात्र विजय और जांजगीर जिले की निवासी छात्रा शिवानी से बातचीत की. उनका हालचाल जाना और खुद का ख्याल रखने को कहा. उन्होंने कहा कि भारत सरकार, किर्गिस्तान सरकार के साथ लगातार संपर्क में है. आप सभी चिंता न करें. छत्तीसगढ़ सरकार हर कदम आपके साथ खड़ी है. इस दौरान छात्रों ने सीएम को बताया कि वहां का माहौल तनावपूर्ण है. इस पर सीएम साय ने उन्हें खुद का ख्याल रखने को कहा.
सीएम ने वापसी का दिया आश्वासन: किर्गिस्तान में फंसे बच्चों ने सीएम को बताया कि उन्हें हॉस्टल से निकलने की अनुमति नहीं है. उन्हें भोजन-पानी वहीं उपलब्ध कराया जा रहा है. उन्होंने वापसी के लिए टिकट बुक करा ली है. इस पर सीएम ने कहा कि, "अगर कोई भी परेशानी हो तो आप सभी छत्तीसगढ़ सरकार से अवश्य संपर्क करें. राज्य सरकार, भारत सरकार के सहयोग से आप सभी के सुरक्षित वतन वापसी को सुनिश्चित करेगी.