बीजापुर: छत्तीसगढ़ के बीजापुर जिले में स्थानीय ठेकेदार की संपत्ति पर सेप्टिक टैंक में पत्रकार मुकेश चंद्राकर का शव मिलने के सिलसिले में पुलिस ने तीन लोगों को हिरासत में लिया है. उनसे पूछताछ की जा रही है. पुलिस अधिकारी ने ये जानकारी दी. पुलिस ने फिलहाल हिरासत में लिए गए आरोपियों के नाम नहीं बताए है.
नक्सल जिले में पत्रकार था मुकेश चंद्राकर: स्वतंत्र पत्रकार मुकेश चंद्राकर 1 जनवरी को लापता हो गया था. उसका शव शुक्रवार को बीजापुर शहर के चट्टनपारा बस्ती में ठेकेदार सुरेश चंद्राकर की संपत्ति पर सेप्टिक टैंक में मिला.
मुकेश चंद्राकर समाचार चैनलों के लिए एक स्वतंत्र पत्रकार के रूप में काम करता था. एक यूट्यूब चैनल 'बस्तर जंक्शन' चलाता था, जिसके लगभग डेढ़ लाख से ज्यादा सब्सक्राइबर थे. अप्रैल 2021 में बीजापुर के तकलगुड़ा नक्सली हमले के बाद माओवादियों की कैद से कोबरा कमांडो राकेश्वर सिंह मन्हास को छुड़ाने में मुकेश चंद्राकर की अहम भूमिका थी.
ठेकेदार सुरेश चंद्राकर के परिसर में टैंक में मिला शव: बीजापुर पुलिस अधीक्षक जितेंद्र यादव ने शुक्रवार को घटना की जानकारी देते हुए बताया "गुरुवार शाम लगभग साढ़े 7 बजे मुकेश चंद्राकर के भाई का उन्हें फोन आया. उसने 1 जनवरी शाम से भाई के लापता होने की बात बताई. चूंकि मुकेश चंद्राकर पत्रकार था इस वजह से पुलिस भी उसे अच्छे से जानती थी. पुलिस की अलग अलग टीम बनाकर मुकेश चंद्राकर की तलाश शुरू की गई. मोबाइल नंबर की लास्ट लोकेशन के आधार पर शाम 5 बजे टैंक में जेसीबी से खुदाई करने पर शव मिला. जिसकी शिनाख्त मुकेश चंद्राकर के रूप में हुई. परिसर ठेकेदार सुरेश चंद्राकर का है. यहां एक बेडमिंटन कोर्ट है. साथ ही वर्कर के रहने के लिए व्यवस्था कराई गई है. इस परिसर के टैंक में शव बरामद हुआ है. "
पुलिस को संदेह है कि हत्या का संबंध जिले में सड़क निर्माण कार्य में अनियमितताओं की एक हालिया रिपोर्ट से है, जिसे पीड़ित ने कवर किया था. ठेकेदार सुरेश चंद्राकर के इस काम में शामिल होने की बात कही जा रही है.
बीजापुर में पत्रकारों ने किया सड़क जाम: मुकेश चंद्राकर के हत्या से आक्रोशित पत्रकारों ने शनिवार सुबह शहर में राष्ट्रीय राजमार्ग 36 पर अस्पताल चौक पर एक सांकेतिक सड़क जाम किया. पत्रकारों ने मांग की है कि बीजापुर सहित बस्तर संभाग में ठेकेदार की संपत्तियों को कुर्क किया जाए और उसके खिलाफ मामला दर्ज किया जाए. पत्रकारों ने ठेकेदार और हत्या में शामिल अन्य लोगों के लिए मौत की सजा और उसके बैंक खातों को सील करने की मांग की है.
प्रदर्शनकारी पत्रकारों ने बीजापुर पुलिस अधीक्षक को निलंबित या स्थानांतरित करने की भी मांग की. प्रदर्शनकारियों ने चेतावनी दी है कि अगर उनकी मांगें पूरी नहीं की गईं तो वे रविवार से अनिश्चितकालीन सड़क जाम करेंगे.
बीजापुर के युवा और समर्पित पत्रकार मुकेश चंद्राकर जी की हत्या का समाचार अत्यंत दु:खद और हृदयविदारक है।
— Vishnu Deo Sai (@vishnudsai) January 3, 2025
मुकेश जी का जाना पत्रकारिता जगत और समाज के लिए एक अपूरणीय क्षति है।
इस घटना के अपराधी को किसी भी हाल में बख्शा नहीं जाएगा। अपराधियों को जल्द से जल्द गिरफ्तार कर कड़ी से कड़ी…
पत्रकार की हत्या मामले में सीएम का आश्वासन: इधर मुख्यमंत्री विष्णुदेव साय ने शुक्रवार को आश्वासन दिया कि दोषियों को जल्द से जल्द गिरफ्तार किया जाएगा. वहीं शुक्रवार को रायपुर प्रेस क्लब के सदस्य जयस्तंभ चौक पर इकट्ठे हुए और हत्यारों के खिलाफ कार्रवाई की मांग की. पत्रकारों ने साय सरकार से हत्या की जांच के लिए विशेष जांच दल गठित करने की मांग की.
मैंने सोचा था कि स्व. मुकेश चंद्राकर जी के मामले में न्याय मिलने तक इस पर राजनीतिक बयानबाजी नहीं होनी चाहिए.
— Bhupesh Baghel (@bhupeshbaghel) January 4, 2025
लेकिन भाजपा नेताओं के हद से अधिक गिर जाने पर मुझे कहना पड़ेगा कि…
प्रदेश के उपमुख्यमंत्री अरुण साव, जिनके पास ही PWD विभाग भी है, इतने ताकतवर हो गए हैं कि:
1. उनके…
भूपेश बघेल का अरुण साव पर बड़ा आरोप: पूर्व सीएम भूपेश बघेल ने बीजापुर पत्रकार हत्या मामले में एक्स पर पोस्ट कर खलबली मचा दी है. उन्होंने मुकेश चंद्राकर की हत्या के मामले में सीधे तौर पर अरुण साव पर हमला बोला है. भूपेश बघेल ने ट्वीट में कहा कि पत्रकार मुकेश चंद्राकर ने PWD विभाग में हुए बड़े सड़क घोटाले को उजागर किया तो उन्हें मौत के घाट उतार दिया गया.