मुख्यमंत्री जन पर्यटन योजना शुरू की जाएगी. पांच शक्तिपीठों के विकास के लिए 5 करोड़ रुपए खर्च किए जाएंगे. हिंदी व छत्तीसगढ़ी से गोंडी भाषा के ट्रांसलेशन के लिए 2 करोड़ 50 लाख खर्च कर सॉफ्ट वेयर का निर्माण किया जाएगा. तेंदूपत्ता संग्राहक परिवारों को चरण पादुका देने के लिए 35 करोड़ रुपये खर्च होंगे. रायपुर, बिलासपुर स्मार्ट सिटी के लिए 402 करोड़
आदिभाषाओ के संरक्षण और विकास के लिए प्रावधान. संवर्धन से जुड़े कार्यों के क्रियान्वयन के लिए कैम्पा में 1 हजार करोड़ रुपए. हाथी मानव द्वंद से बचाव के लिए रैपिड रिस्पांस टीम के गठन के लिए 20 करोड़ रुपये.