कानपुर : छत्रपति शाहूजी महाराज विश्वविद्यालय में पिछले कुछ वर्षों से भले ही छात्रों की संख्या लगातार बढ़ रही हो, लेकिन विश्वविद्यालय से संबद्ध डिग्री कॉलेजों में लगातार छात्र संख्या गिरती जा रही है. छात्र संख्या कम होने की असल वजह क्या है? इसके लिए अब विश्वविद्यालय प्रशासन सम्बद्ध 500 से अधिक डिग्री कॉलेजों में सर्वे कराएगा. सर्वे का काम हवाहवाई ना हो, इसके लिए विश्वविद्यालय के कुलपति प्रोफेसर विनय पाठक ने एक लाख रुपये की राशि खर्च करने की घोषणा सोमवार को की है. यह राशि सर्वे संबंधी कार्यों में खर्च की जाएगी. सोमवार को छत्रपति शाहूजी महाराज विश्वविद्यालय के कुलपति प्रोफेसर विनय पाठक ने इस संबंध में सोवियत पोषित महाविद्यालय संगठन के पदाधिकारी संघ की बैठक की. बैठक में कुलपति की ओर से संगठन के पदाधिकारी सचिन दुबे को यह जिम्मेदारी सौंपी गई कि वह सभी डिग्री कॉलेजों में इस बात को लेकर सर्वे करेंगे कि आखिर छात्र डिग्री कॉलेज से दूरी क्यों बना रहे हैं?
सभी डिग्री कॉलेज में होगा मंथन शिविर और रोजगार मेला : छत्रपति शाहूजी महाराज विश्वविद्यालय के कुलपति प्रोफेसर विनय पाठक ने सभी डिग्री कॉलेज के प्रबंधकों से कहा कि, इस सत्र से विश्वविद्यालय से संबद्ध सभी डिग्री कॉलेज में जहां मंथन शिविर आयोजित कराया जाएगा. वहीं, छात्रों को पढ़ाई के साथ ही रोजगार मिल सके इसके लिए रोजगार मेला का आयोजन भी होगा. कुलपति प्रोफेसर विनय पाठक ने कहा कि, छात्रों के साथ मंथन के दौरान वह सभी डिग्री कॉलेज में खुद भी मौजूद रहेंगे. वह छात्रों से सीधा संवाद करेंगे और छात्रों की जो समस्याएं हैं उन्हें भी दूर कराने का हर संभव प्रयास अपने स्तर से कराएंगे.
परीक्षा केंद्र में किसी तरीके का बदलाव नहीं होगा : सीएसजेएमयू के कुलपति प्रोफेसर विनय पाठक ने सभी प्रबंधकों को बताया कि, परीक्षा केंद्र में किसी तरीके का बदलाव नहीं किया जाएगा. जो केंद्र बना दिए गए हैं, छात्रों को उन्हीं केंद्रों में परीक्षा देनी होगी. वहीं, जब उत्तर प्रदेश स्ववित्तपोषित एसोसिएशन के अध्यक्ष विनय त्रिवेदी की ओर से मांग की गई कि, छात्रों की एबीसी आईडी के लिए प्रबंधकों को दो दिन का अतिरिक्त समय दिया जाए तो फौरन ही कुलपति प्रोफेसर विनय पाठक ने इसके लिए अपनी ओर से स्वीकृति दे दी. बैठक के दौरान डॉक्टर बृजेश भदौरिया समेत अन्य कॉलेजों के प्रबंधक उपस्थित रहे.