छतरपुर: बीजेपी प्रदेश अध्यक्ष और खजुराहो सांसद वीडी शर्मा शनिवार को छतरपुर और पन्ना के बीच मड़ला में स्थापित 'बुंदेली विरासत' में पहुंचे. वे यहां के कल्चर से रूबरू हुए और उन्होंने बुंदेली खान-पान का आनंद उठाया. इस दौरान उनके साथ भाजपा के राष्ट्रीय उपाध्यक्ष व केंद्रीय पर्यवेक्षक सरोज पांडे सहित कई नेता मौजूद रहे.
वीडी शर्मा ने की संचालक की सराहना
सांसद वीडी शर्मा ने बुंदेली सभ्यता को सहेजने और आगे बढ़ाने के प्रयास को लेकर 'बुंदेली विरासत' होम स्टे के संचालक कीर्तिवर्धन सिंह की सराहना की. उन्होंने कहा कि "देश-विदेश के लोगों को यहां आकर बुंदेलखंड की अनूठी परंपरा और संस्कृति को समझना चाहिए. इसके साथ ही यहां के चूल्हे पर पके भोजन का लुत्फ उठाना चाहिए. 'बुंदेली विरासत' बुंदेली व्यंजन, रहन-सहन, सभ्यता और लोक नृत्य को संजोकर जीवित रखे हुए हैं."
बुंदेली परंपरा को जानने पहुंचे थे कई नेता
सांसद वीडी शर्मा के साथ मध्य प्रदेश के कई नेता बुंदेली परंपरा और संस्कृति को जानने व समझने के लिए मौजूद थे. जिसमें प्रदेश प्रभारी डॉ. महेन्द्र सिंह, प्रदेश महामंत्री हितानन्द शर्मा, जिला अध्यक्ष छतरपुर चंद्रभान गौतम, विधायक राजनगर अरविंद पटेरिया, युवा मोर्चा जिलाध्यक्ष नीरज चतुर्वेदी सहित कई अन्य लोग भी पहुंचे.
राष्ट्रीय स्तर पर मिल चुका है पुरस्कार
'बुंदेली विरासत' के संचालक कीर्तिवर्धन सिंह बताते हैं कि "बुंदेली विरासत को जीवित रखने के लिए ये एक नया प्रयोग किया गया है. इसको बनाने में कई महीनों का समय लगा है. इससे यहां के युवाओं और महिलाओं को रोजगार भी मिल रहा है. इसके साथ ही बुंदेली परंपरा को बढ़वा मिल रहा है. ग्रामीण कल्चर के क्षेत्र को बढ़ावा देने के लिए मड़ला को राष्ट्रीय स्तर का पुरस्कार भी मिला है."
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बुंदेली कल्चर को मिल रहा है बढ़ावा
बुंदेलखंड आने वाले पर्यटकों का बुंदेली व्यंजन और यहां के पारंपरिक रहन-सहन के प्रति आकर्षण बढ़ रहा है. मध्य प्रदेश के सीएम डॉ. मोहन यादव भी इसे बढ़ावा देने की बात कह चुके हैं. 'बुंदेली विरासत' होम स्टे, मड़ला में परंपरा के अनुसार जमीन पर बैठाकर खाना खिलाया जाता है. खाने में पारंपरिक व्यंजन जैसे मुरका, डुबरी, सिठौरा, बरा, चीला, मालपुआ, गुलगुला, कढ़ी, मंगौड़ी, भजिया, बैंगन का भर्ता, ज्वार, बाजरा, मक्का और गेहूं की रोटी परोसे जाते हैं. खास बात ये है कि ये सारे व्यंजन पारंपरिक तरीके से चूल्हे पर बनाए जाते हैं.