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दलित को मंदिर में प्रसाद चढ़ाना पड़ा महंगा, सरपंच पर 20 लोगों को ऐसी सजा देने का आरोप - CHHATARPUR UNTOUCHABILITY CASE

छतरपुर में सरपंच पर 20 लोगों का समाजिक बहिष्कार करने का आरोप. एक दलित द्वारा मंदिर में प्रसाद चढ़ाने से जुड़ा है मामला.

CHHATARPUR UNTOUCHABILITY CASE
छतरपुर में छुआछूत का मामला आया सामने (ETV Bharat)
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By ETV Bharat Madhya Pradesh Team

Published : Jan 7, 2025, 9:12 PM IST

Updated : Jan 7, 2025, 9:30 PM IST

छतरपुर: मध्य प्रदेश के छतरपुर के अतरार गांव में छुआछूत की वजह से सरपंच पर 20 लोगों के बहिष्कार करने का आरोप लगा है. मंगलवार को एक महिला सहित सात ग्रामीणों ने एसपी कार्यालय में शिकायती आवेदन दिया. उनका कहना है कि मंदिर में प्रसाद चढ़ाने के कारण सरपंच ने गांव के 20 लोगों को बहिष्कृत कर दिया है. पीड़ितों ने एसपी से मामले में कार्रवाई करने की मांग की है.

दलित द्वारा मंदिर में प्रसाद चढ़ाने से जुड़ा है मामला

मामला सटई थाना क्षेत्र के अतरार गांव का है. जहां जगत अहिरवार नामक दलित युवक ने 20 अगस्त 2024 को गांव के हनुमान मंदिर में प्रसाद चढ़वाया था. उस प्रसाद को मंदिर के पुजारी समेत गांव के 20 लोगों ने खाया था. इसकी खबर गांव के सरपंच संतोष तिवारी को लगी तो उसने जगत अहिरवार समेत सभी प्रसाद खाने वालों को सामाजिक बहिष्कार करने का आदेश सुना दिया. सभी बहिष्कृत पीड़ितों का आरोप है कि अब उन्हें गांव के किसी भी सामाजिक कार्य, शादी समारोह, तेरहवीं जैसे कार्यक्रमों में नहीं बुलाते हैं. इससे उन्हें मानसिक प्रताड़ना का सामना करना पड़ रहा है.

दलित द्वारा मंदिर में प्रसाद चढ़ाने से जुड़ा है मामला (ETV Bharat)

सरपंच पर 20 लोगों का सामाजिक बहिष्कार करने का आरोप

पीड़ितों ने अब 7 जनवरी 2025 को मामले की शिकायत पुलिस अधीक्षक से की. उन्होंने एसपी को एक शिकायती पत्र देते हुए मांग की है कि मामले की जांच कराकर उचित कार्रवाई की जाए और उन्हें उचित सामाजिक मान सम्मान दिलाया जाए. पीड़ित जगत अहिरवार ने बताया "हमने 20 अगस्त को मंदिर में पुजारी से प्रसाद चढ़वाया था. उसके बाद सरपंच संतोष तिवारी द्वारा मेरा और जिसने भी प्रसाद खाया था उनका समाजिक बहिष्कार कर दिया गया. गांव के लोग अब हमें किसी भी कार्यक्रम में नहीं बुलाते. इस वजह से हम मानसिक प्रताड़ना झेल रहे हैं."

एसडीओपी ने कहा- मामला गंभीर है

इस मामले पर ग्राम सरपंच संतोष तिवारी का कहना है कि "जगत अहिरवार पिछले पंचायत चुनाव में हमारे खिलाफ चुनाव लड़े थे, लेकिन वो चुनाव हार गए थे. इसी रंजिश के चलते वो हमारे खिलाफ झूठे आरोप लगा रहे हैं." बिजावर एसडीओपी शशांक जैन ने बताया कि "पीड़ितों ने आज (मंगलवार) को पुलिस अधीक्षक कार्यालय में मामले की जानकारी दी है. यह गंभीर मामला है. हम मामले की जांच कर तत्काल इस पर कार्रवाई करेंगे."

छतरपुर: मध्य प्रदेश के छतरपुर के अतरार गांव में छुआछूत की वजह से सरपंच पर 20 लोगों के बहिष्कार करने का आरोप लगा है. मंगलवार को एक महिला सहित सात ग्रामीणों ने एसपी कार्यालय में शिकायती आवेदन दिया. उनका कहना है कि मंदिर में प्रसाद चढ़ाने के कारण सरपंच ने गांव के 20 लोगों को बहिष्कृत कर दिया है. पीड़ितों ने एसपी से मामले में कार्रवाई करने की मांग की है.

दलित द्वारा मंदिर में प्रसाद चढ़ाने से जुड़ा है मामला

मामला सटई थाना क्षेत्र के अतरार गांव का है. जहां जगत अहिरवार नामक दलित युवक ने 20 अगस्त 2024 को गांव के हनुमान मंदिर में प्रसाद चढ़वाया था. उस प्रसाद को मंदिर के पुजारी समेत गांव के 20 लोगों ने खाया था. इसकी खबर गांव के सरपंच संतोष तिवारी को लगी तो उसने जगत अहिरवार समेत सभी प्रसाद खाने वालों को सामाजिक बहिष्कार करने का आदेश सुना दिया. सभी बहिष्कृत पीड़ितों का आरोप है कि अब उन्हें गांव के किसी भी सामाजिक कार्य, शादी समारोह, तेरहवीं जैसे कार्यक्रमों में नहीं बुलाते हैं. इससे उन्हें मानसिक प्रताड़ना का सामना करना पड़ रहा है.

दलित द्वारा मंदिर में प्रसाद चढ़ाने से जुड़ा है मामला (ETV Bharat)

सरपंच पर 20 लोगों का सामाजिक बहिष्कार करने का आरोप

पीड़ितों ने अब 7 जनवरी 2025 को मामले की शिकायत पुलिस अधीक्षक से की. उन्होंने एसपी को एक शिकायती पत्र देते हुए मांग की है कि मामले की जांच कराकर उचित कार्रवाई की जाए और उन्हें उचित सामाजिक मान सम्मान दिलाया जाए. पीड़ित जगत अहिरवार ने बताया "हमने 20 अगस्त को मंदिर में पुजारी से प्रसाद चढ़वाया था. उसके बाद सरपंच संतोष तिवारी द्वारा मेरा और जिसने भी प्रसाद खाया था उनका समाजिक बहिष्कार कर दिया गया. गांव के लोग अब हमें किसी भी कार्यक्रम में नहीं बुलाते. इस वजह से हम मानसिक प्रताड़ना झेल रहे हैं."

एसडीओपी ने कहा- मामला गंभीर है

इस मामले पर ग्राम सरपंच संतोष तिवारी का कहना है कि "जगत अहिरवार पिछले पंचायत चुनाव में हमारे खिलाफ चुनाव लड़े थे, लेकिन वो चुनाव हार गए थे. इसी रंजिश के चलते वो हमारे खिलाफ झूठे आरोप लगा रहे हैं." बिजावर एसडीओपी शशांक जैन ने बताया कि "पीड़ितों ने आज (मंगलवार) को पुलिस अधीक्षक कार्यालय में मामले की जानकारी दी है. यह गंभीर मामला है. हम मामले की जांच कर तत्काल इस पर कार्रवाई करेंगे."

Last Updated : Jan 7, 2025, 9:30 PM IST
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