देहरादून: राज्य में शिक्षकों की कमी को काफी हद तक दूर करने वाले अतिथि शिक्षकों को लेकर कई महत्वपूर्ण निर्णय लिए गए हैं. शिक्षा मंत्री धन सिंह रावत की अध्यक्षता में बैठक के दौरान अतिथि शिक्षकों को मंडल परिवर्तन करने का मौका देने का निर्णय लिया गया. राजकीय विद्यालयों में प्रवक्ता और सहायक अध्यापक एलटी के पदों पर तैनात अतिथि शिक्षकों को मंडल परिवर्तन का मौका मिलेगा.
समीक्षा बैठक के दौरान शिक्षा मंत्री ने अतिथि शिक्षकों की समस्याओं के निराकरण करने के निर्देश अधिकारियों को दिए. इन निर्देशों के बाद राज्य में अतिथि शिक्षक गढ़वाल मंडल से कुमाऊं मंडल और कुमाऊं मंडल से गढ़वाल मंडल में स्थान परिवर्तन कर पाएंगे. बैठक में अपर हिमालय क्षेत्र के विद्यालय में कम से कम 3 साल तक की तैनाती दिए जाने का फैसला किया गया है. विद्यालयों में अतिथि शिक्षकों को लेकर यह निर्णय हिमालय क्षेत्र में बार बार अतिथि शिक्षकों को प्रभावित नहीं किए जाने के लिए किया गया है.
शिक्षकों के खाली पदों पर न्यूनतम 3 साल के लिए दूरस्थ विद्यालयों में तैनाती की जाएगी. इसके लिए अतिथि शिक्षकों को अनुबंध पत्र के साथ विकल्प देना होगा.
इसके अलावा अतिथि शिक्षकों को दूसरे कर्मचारियों की तरह ही मातृत्व अवकाश दिए जाने का भी निर्णय लिया गया है. शिक्षा मंत्री धन सिंह रावत ने विभिन्न विद्यालयों में स्थाई शिक्षकों की नियुक्ति से प्रभावित अतिथि शिक्षकों को इच्छित स्थानों पर तैनाती देने के निर्देश दिए हैं.