मंडी: हिमाचल प्रदेश में चंडीगढ़-मनाली फोरलेन हाईवे की दशा सुधरने के बजाय और खस्ता होती जा रही है. शनिवार की रात से हो रही बारिश के कारण हाईवे पर कैंची मोड़ से ऊपर यह रोड एक बार फिर धंसना शुरू हो गया है, जिसके बाद यहां से अब ट्रैफिक को भी एकतरफा भेजा जा रहा है. मंडी जिला के पंडोह के कैंची मोड़ से लेकर दयोड़ तक यह हालात है. करीब ढेड़ किलोमीटर के इस पैच में सड़क जगह-जगह से धंस गई है. जिसका एक कारण फोरलेन निर्माणाधीन कंपनी के द्वारा सही से निकासी नालियां न बना पाना भी माना जा रहा है.
कैंचीमोड़ से डयोड़ तक बने इस पैच में बीते शनिवार रात को जगह-जगह जगह लैंडस्लाइड हुआ, जिस कारण भी यह हाईवे जगह-जगह से खराब हो गया है. हालांकि फोरलेन निर्माणाधीन कंपनी द्वारा मशीन लगाकर मलबे को हटाया जा रहा है, लेकिन हाईवे की मेंटेनेंस सही से नहीं हो पा रही है. कैंची मोड़ की पहाड़ी से बरसात का सारा पानी हाईवे पर बहता है, जिससे कुछ महीने पहले 40 करोड़ की लागत से लगाए गए डंगे के साथ सड़क को भी खतरा पैदा हो गया है. हाईवे पर पानी बहने के कारण इस डंगे के साथ सड़क में भी जगह जगह दरारें पड़ना भी शुरू हो गई है.
बता दें कि पिछली बरसात के दौरान भी कैंची मोड़ से लेकर दयोड़ तक यह फोरलेन जगह-जगह से कई फीट तक धंस गया था. जिसके बाद निर्माणाधीन कंपनी द्वारा इस फोरलेन को दुरूस्त करने के लिए मात्र लीपापोती ही गई है. अब इस बरसात में भी यह हाईवे एक बार फिर से धंसना शुरू हो गया है. यहां से अब एकतरफा ट्रैफिक ही गुजर रहा है, जिससे हाईवे पर जाम की स्थिति भी पैदा हो रही है.
वहीं, जब इस बारे में निर्माणाधीन कंपनी के टीम लीडर आदर्श पन्होत्रा से बात की गई तो, उन्होंने कहा, "जहां से हाईवे टूट गया है, वहां पर बारिश थमने के बाद मिट्टी भर दी जाएगी. जहां-जहां भी लैंडस्लाइड हुआ है. वहां बरसात के बाद डंगे लगाए जाएंगे. साथ ही पानी की निकासी का भी स्थायी समाधान निकाला जाएगा".
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