चंपावत: एसटीएफ और थाना लोहाघाट पुलिस के संयुक्त ऑपरेशन में 25 हजार रुपए का इनामी आरोपी को पंजाब के अमृतसर से गिरफ्तार किया. आरोपी पिछले 6 सालों से फरार चल रहा था. आरोपी पर उत्तर प्रदेश, हरियाणा और उत्तराखंड में ठगी और धोखाधड़ी के आधा दर्जन मुकदमे दर्ज हैं. साथ ही इनामी आरोपी पर साल 2018 में लोहाघाट चंपावत क्षेत्र में एक फर्जी बैंकिग व फाइनेंस कंपनी खोलकर आम लोगों को रुपए दोगुना करने का लालच देकर लाखों रुपए की धोखाधड़ी की गई.
धोखाधड़ी के आरोपी जगमोहन सिंह के खिलाफ लोहाघाट जनपद चंपावत के एक व्यक्ति लोकमणी जोशी ने 10 लाख रुपए की ठगी और धोखाधड़ी करने के सम्बन्ध में मुकदमा थाना लोहाघाट में पंजीकृत कराया था.आरोपी जगमोहन ने अपने साथियों के साथ मिलकर लोहाघाट क्षेत्र में एक फर्जी फाइनेंस कंपनी खोली थी, जोकि आम जनता को अल्प समय में धन दोगुना करने के नाम पर निवेश कराती थी. जिस कारण वहां के कई लोगों ने अपनी मेहनत से कमाया धन कंपनी में लगाया था. लेकिन कंपनी सभी के धन को हड़प कर फरार हो गयी. चंपावत पुलिस द्वारा मुकदमे की विवेचना की गयी थी, लेकिन आरोपी पुलिस की गिरफ्त में नहीं आया.जिसके बाद विशेष सत्र न्यायालय चंपावत द्वारा आरोपी को फरार घोषित करते हुए उसकी गिरफ्तारी के लिए स्टैंडिंग वारंट जारी किया गया.
साथ ही एसएसपी चंपावत ने आरोपी पर साल 2022 में 25 हजार रुपए का इनाम घोषित किया. इसके अलावा आरोपी पर उत्तराखंड, हरियाणा और उत्तर प्रदेश में ठगी और धोखाधड़ी के करीब आधा दर्जन मुकदमे दर्ज हैं. एसएसपी एसटीएफ नवनीत भुल्लर ने बताया है कि एसटीएफ और थाना लोहाघाट पुलिस ने एक ज्वाइंट ऑपरेशन में थाना लोहाघाट के 25000 रुपए के इनामी अपराधी जगमोहन सिंह को अमृतसर, पंजाब को थाना कैंटोनमेंट क्षेत्र से गिरफ्तार किया गया. जिसे ट्रांजिट रिमांड के जरिये लाकर थाना लोहाघाट में देर रात दाखिल किया गया है. गिरफ्तार अपराधी के ऊपर थाना लोहाघाट चंपावत में 07 जुलाई 2018 में एक व्यक्ति द्वारा 10 लाख रुपए की धोखाधड़ी और ठगी का मुकदमा दर्ज कराया गया था. तब से ही आरोपी लगातार फरार चल रहा था. साथ ही उत्तराखंड एसटीएफ का इनामी अपराधियों के खिलाफ गिरफ्तारी अभियान जारी है.
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