गैरसैंण: लोकसभा चुनाव 2024 को लेकर तैयारियां तेज हो गई हैं. इसी क्रम में आज पीजी कॉलेज गोपेश्वर में प्रशिक्षण कार्यक्रम का आयोजन किया गया. जिसमें उम्मीदवारों द्वारा किए जाने वाले व्यय के अनुवीक्षण कार्य हेतु नियुक्त सभी टीमों के कार्मिकों को आज प्रशिक्षण दिया गया. मुख्य कोषाधिकारी मामूर जहां ने कार्मिकों को व्यय प्रेक्षक, सहायक व्यय प्रेक्षक, वीडियो निगरानी टीम, अवलोकन टीम, उड़नदस्ता, एमसीएमसी, लेखा टीम, शिकायत अनुवीक्षण नियंत्रण कक्ष और कॉल सेंटर के संबंध में कार्मिकों को प्रशिक्षण दिया. इसके अलावा सी विजिल एप पर दर्ज शिकायतों के निस्तारण के संबंध में भी प्रशिक्षण दिया गया.
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मुख्य कोषाधिकारी मामूर जहां ने कहा कि लोक प्रतिनिधित्व अधिनियम 1951 की धारा 77 के अनुसार लोकसभा चुनाव लड़ने वाले प्रत्येक उम्मीदवार को उसके नामांकन की तारीख से निर्वाचन परिणाम की घोषणा की तारीख के मध्य उसके या निर्वाचन एजेंट द्वारा प्राधिकृत किए गए सभी व्ययों का अलग और सही लेखा रखना अनिवार्य है. उन्होंने कहा कि लोकसभा निर्वाचन क्षेत्र के प्रत्येक उम्मीदवार के छाया प्रेक्षण रजिस्टर और साक्ष्य फोल्डर के रख-रखाव में लेखा टीमों को सहायक व्यय प्रेक्षक के मार्गदर्शन में कार्य करना होगा. प्रत्येक उम्मीदवार की व्यय सीमा 95 लाख निर्धारित की गई है.
मुख्य कोषाधिकारी ने कहा कि निर्वाचन के दौरान 50 हजार से अधिक की नगदी ले जाने पर संबंधित दस्तावेज रखना अनिवार्य होगा और 10 लाख से अधिक नगदी पाए जाने पर आयकर विभाग के नोडल अधिकारी को सूचना दी जाएगी, जबकि जब्त नगदी को कोषागार में जमा कराया जाएगा. उन्होंने निगरानी टीमों को जांच के दौरान विनम्रता पूर्वक व्यवहार करते हुए कार्य करने के निर्देश दिए हैं. उन्होंने कहा कि हमारा उद्देश्य जनता को अनावश्यक परेशान करना नहीं है, बल्कि गैर-कानूनी गतिविधियों को रोकना है.
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एटीओ महिपाल सिंह गढ़िया ने बताया कि निर्वाचन में हो रहे सभी प्रकार के व्यय की अनिवार्य रूप से रिपोर्टिंग होनी आवश्यक है. निर्वाचन के दौरान प्रत्याशियों द्वारा किये जा रहे व्यय पर पैनी नजर रखते हुए पोस्टर, बैनर और प्रचार में उपयोग होने वाले वाहनों समेत अन्य चुनाव सामग्री पर होने वाले खर्च का संपूर्ण लेखा तैयार किया जाए. उन्होंने व्यय लेखा टीम को आयोग के निर्देशानुसार निर्धारित प्रपत्रों में व्यय लेखा विवरण की पूरी रिपोर्ट उपलब्ध कराने को कहा है.
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