मुरैना: मध्य प्रदेश के कई जिलों में बारिश कहर ढा रही है. चंबल अंचल में भी बारिश ने पिछले 5 दशक का रिकॉर्ड तोड़ दिया है. अभी जुलाई का महीना पूरा गुजरा नहीं है और नदी, नाले लबालब हो चुके हैं. चंबल अंचल में भारी बारिश के चलते क्वारी नदी उफान पर है. पलपुरा गांव के पास नदी पर बना रपटा डूबने से करीब आधा दर्जन गांवों का शहर से संपर्क टूट गया है. उधर कुछ युवा और बच्चे अपनी जान जोखिम में डालकर नदी पार कर रहे हैं तो वहीं बच्चे रपटे पर नहाते हुए मस्ती कर रहे हैं. हालांकि जिला प्रशासनिक अधिकारियों ने नदी-नालों से बचने के लिए सुरक्षा एडवाइजरी जारी की है लेकिन यह कहीं कारगर होती हुई नजर नहीं आ रही है.
चंबल में मानसून मेहरबान
चंबल अंचल में मानसून इतना मेहरबान हो गया है कि अब हटने का नाम नहीं ले रहा है. जुलाई महीने के अंतिम सप्ताह से शुरू हुआ बारिश का दौर लगातार जारी है. भारी बारिश के चलते क्वारी नदी उफान पर आ गई है. आलम यह है कि मुरैना जिले के आसपास स्थित बागचीनी और पलपुरा गांव के पास नदी पर बने रपटे पानी मे समा गए हैं. रपटों के ऊपर से होकर पानी गुजरने से करीब आधा दर्जन से अधिक गांवों का शहर से लगभग संपर्क टूट से गया है. वहीं कुछ लोगों के लिए भारी बारिश मौज मस्ती करने का जरिया बन गया है.
जान जोखिम में डालकर पार कर रहे नदी
सोशल मीडिया पर सिविल लाइन थाना क्षेत्र का एक वीडियो वायरल हो रहा है. इस वीडियो में क्वारी नदी के ऊपर बने रपटे से पानी बह रहा है और इस रपटे के ऊपर भरे पानी में कुछ ट्रैक्टर चालक और बाइक सवार निकलते हुए नजर आ रहे थे. वहीं आज जिले के पलपुरा गांव के पास स्थित क्वारी नदी पर बने रपटे का वीडियो भी सामने आया है. इसमें भी बाइक सवार अपनी जान जोखिम में डालकर उससे होकर गुजर रहे हैं तो कहीं कुछ बच्चे रपटे के ऊपर पानी मे तैरकर मस्ती करते हुए नजर आ रहे हैं.
'एडवाइजरी का पालन करें लोग'
जिला प्रशासनिक अधिकारियों ने बारिश शुरू होने से पहले ही बाढ़-आपदा प्रबंधन की मीटिंग लेकर जल संसाधन विभाग को अलर्ट कर दिया है. एएसपी डॉ अरविंद ठाकुर का कहना है कि "नदी-नालों से बचने के लिए सुरक्षा एडवाइजरी जारी की गई है. आसपास के पुलिस थानों को भी मॉनिटरिंग के निर्देश दिए हैं." एडीएम सीबी प्रसाद का कहना है कि "हमने पहले ही बाढ़-आपदा प्रबंधन की मीटिंग लेकर जल संसाधन विभाग को अलर्ट कर दिया है. साथ ही लोगों के लिए एडवाइजरी भी जारी की है, लोगों को इसका पालन करना चाहिए."