रायपुर : छत्तीसगढ़ में फूलों की खेती के लिए उपयुक्त मौसम ठंड के सीजन को माना गया है. चाहे वह रायपुर के मैदानी इलाका हो या फिर बस्तर और सरगुजा का क्षेत्र. ठंड के मौसम में आधा दर्जन से अधिक फूलों की खेती आसानी से किसान कर रहे हैं. प्रदेश के कई जिलों में गेंदा, गुलाब, रजनीगंधा, जरबेरा, सेवंती, आर्किट ग्लैड्यूलस जैसी फूल मुख्य हैं.
इन फूलों की खेती पर जोर : इंदिरा गांधी कृषि विश्वविद्यालय रायपुर के फूल विशेषज्ञ डॉ मुकेश साहू ने बताया कि छत्तीसगढ़ के कई जगहों पर सबसे अधिक गेंदा फूल की खेती की जाती है. छत्तीसगढ़ में वर्तमान समय में महासमुंद, कोरबा, बिलासपुर, सूरजपुर, मुंगेली, रायगढ़, कोरबा, सरगुजा और दुर्ग जैसी जगह पर फूलों की खेती किया जाता है. इन जगहों पर किसान गुलाब, ग्लैडुलस, सेवंती, रजनीगंधा, जरबेरा, आर्किट जैसी फूलों की खेती व्यापक रूप में कर रहे हैं.
छत्तीसगढ़ के महासमुंद, सूरजपुर, बिलासपुर, मुंगेली, रायगढ़, कोरबा, सरगुजा और दुर्ग जैसी जगहों पर साल 2023-24 में लगभग 12.97 हजार हेक्टेयर क्षेत्र में फूलों की खेती की गई. इस खेती से किसानों ने 111.8 हजार मीट्रिक टन फूलों का उत्पादन किया : डॉ मुकेश साहू, फूल विशेषज्ञ, इंदिरा गांधी कृषि विश्वविद्यालय रायपुर
फूलों की खेती का सही मौसम : छत्तीसगढ़ के मैदानी क्षेत्र रायपुर, बस्तर और सरगुजा के इलाकों में आसानी से किसान फूल की खेती कर सकते हैं. फूलों की खेती करते समय खास तौर पर विंटर सीजन सितंबर-अक्टूबर के महीने में इसकी खेती की शुरुआत करनी चाहिए. इस समय किसान खेती की तैयारी करते हैं तो उन्हें अच्छा आर्थिक लाभ मिलेगा.
50 फीसदी तक मिल रहा अनुदान : केंद्र और राज्य सरकार के द्वारा फूलों की खेती करने के लिए किसानों को प्रोत्साहित भी किया जा रहा है. प्रदेश के किसानों को अलग-अलग योजनाओं में फूलों की खेती के लिए उन्हें 50 फीसदी तक अनुदान भी दिया जा रहा है.
छत्तीसगढ़ के कौन से जिले में किस फूल की होती है खेती :
- महासमुंद में गुलाब और गेंदा की खेती होती है.
- सूरजपुर में गेंदा की खेती की जाती है.
- बिलासपुर में सेवंती और गुलाब की खेती की जाती है.
- मुंगेली और रायगढ़ में ग्लैड्यूलस की खेती की जाती है.
- कोरबा में सेवंती फूल की खेती की जाती है.
- सरगुजा में रजनीगंधा फूल की खेती की जाती है.
- दुर्ग में ग्लैडुलस और सेवंती फूल की खेती होती है.