जोधपुर. नरेंद्र मोदी सरकार में लगातार तीसरी बार कैबिनेट मंत्री बने गजेंद्र सिंह शेखावत को इस बार संस्कृति और पर्यटन विभाग का जिम्मा मिला है. खास बात यह है कि अशोक गहलोत 1984 में केंद्र में पर्यटन राज्य मंत्री बनाए गए थे और उनके बाद 2014 में जोधपुर से निर्वाचित हुईं चंद्रेश कुमारी को संस्कृति राज्य मंत्री बनाया गया था, लेकिन अब गजेंद्र की शेखावत को दोनों विभाग का कैबिनेट मंत्री बनाया है.
राजस्थान में पर्यटन और संस्कृति विभाग के अंतर्गत विकास की बड़ी संभावनाएं हैं. राज्य सरकार शेखावत को साध कर प्रदेश में इन विभागों का लाभ प्राप्त कर सकती है. इधर शेखावत का मंत्रालय बदलने से यह चर्चा भी चल पड़ी है कि उनका यह प्रमोशन है या डिमोशन ?
सिर्फ शेखावत का ही विभाग बदला : नरेंद्र मोदी की तीसरी सरकार में उन्होंने ज्यादातर बड़े मंत्रालय संभालने वाले मंत्रियों को वापस वही जिम्मेदारी दी है, लेकिन प्रदेश में शेखावत का ही विभाग बदल गया है. उनकी जगह इस बार गुजरात से सांसद बने वहां के प्रदेश भाजपा अध्यक्ष सीआर पाटिल को जल शक्ति मंत्री बनाया गया है. जबकि अर्जुन मेघवाल और भूपेंद्र यादव के विभाग नहीं बदले. इतना ही नहीं, कैलाश चौधरी के हारने के बाद उनकी जगह भागीरथ चौधरी को कृषि राज्य मंत्री बनाया गया है.
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जोधपुर में खुलवाया था एएसआई का कार्यालय : चंद्रेश कुमारी 2014 में जोधपुर से सांसद निर्वाचित होने के बाद उनको केंद्र में संस्कृति राज्य मंत्री बनाया गया था. अपने कार्यकाल में उन्होंने भारतीय पुरातत्व सर्वेक्षण सर्वे का क्षेत्रीय कार्यालय जोधपुर में खुलवाया था, जिसके अधीन 10 से ज्यादा जिलों के ऐतिहासिक स्मारक आते हैं.
गहलोत एक साल के लिए बने थे पर्यटन मंत्री : अशोक गहलोत को सांसद के दूसरे कार्यकाल में राजीव गांधी सरकार में 7 फरवरी 1984 में पहली बार मंत्री बने थे. उनको खेल मंत्रालय दिया था. 1984 दिसंबर में उनको पर्यटन और उड्डयन राज्य मंत्री बनाया गया था, लेकिन एक साल बाद उनको हटा दिया गया था. अपने कार्यकाल में गहलोत ने पर्यटन विकास की संभावनाओं को टटोला था.