कुल्लू: पर्यटन नगरी मनाली के पलचान में अब जल्द बाईपास सड़क बनेगी. केंद्र सरकार ने भी पलचान बाईपास मार्ग को सैद्धांतिक मंजूरी प्रदान कर दी है. इस सड़क के बनने से पर्यटकों की रोहतांग पास और अटल टनल होते हुए लाहौल-लेह जाने की राह आसान हो जाएगी. सात किलोमीटर लंबे इस बाईपास मार्ग पर 88.53 करोड़ रुपए खर्च करने का प्रावधान किया गया है.
इस योजना के अनुसार यह मार्ग नेहरूकुंड से पलचान तक सड़क को बाईपास करेगा और सोलंगनाला के पास तक यह सड़क बनाई जाएगी. इस बाईपास सड़क में 3 ब्रिज बनाने की योजना भी है. इस बाईपास के बनने से नेहरूकुंड से लेकर पलचान तक लगने वाले जाम से भी निजात मिलेगी और पर्यटक भी अटल टनल से होते हुए लाहौल घाटी तक आसानी से आ-जा सकेंगे, क्योंकि नेहरूकुड से लेकर पलचान तक रोहतांग पास और अटल टनल की तरफ जाने वाले सैलानियों को एक ही सड़क से जाना पड़ता है. इसके कारण उन्हें कई घंटों तक जाम का सामना करना पड़ता है.
लेह लद्दाख जाने में होगी आसानी
अब बाईपास सड़क बन जाने के बाद पर्यटकों को टनल, लाहौल और लेह-लद्दाख जाने में परेशानी नहीं होगी. इस बाईपास पर पहला ब्रिज नेहरूकुंड में ब्यास नदी पर बनेगा और उसके बाद सोलंग सोलंगनाला के पास 2 ब्रिज बनेंगे. इन 2 पुलों में एक पिछले दिनों तबाही मचाने वाले अंजनी नाले पर भी बनाने की योजना है. ऐसे में अब इस बाईपास सड़क निर्माण के लिए केंद्र सरकार से अंतिम मंजूरी मिलने का इंतजार है. इस पलचान बाईपास सड़क का निर्माण बीआरओ (सड़क सीमा संगठन) करेगा.
डीएफओ कुल्लू एंजल चौहान ने बताया कि, 'डबललेन बईपास सड़क निर्माण के लिए करीब 15 हैक्टेयर भूमि का उपयोग किया जा रहा है,जिसमे 8 हैक्टेयर से अधिक निजी और 6.48 हैक्टेयर सरकारी भूमि जद में आएगी. इस भूमि का अधिग्रहण कर लोगों को इसका मुआवजा देने का कार्य आरंभ किया जा चुका है, जबकि इस सड़क के निर्माण के लिए वन विभाग को दिए जाने वाले 1 करोड़ 40 लाख रुपए, एनपीवी और सीए देने की प्रक्रिया पूरी हो गई है. सोलंगनाला और अटल टनल की तरफ जाने के लिए बाईपास बनाने की फाइनल अप्रूवल आनी है. वन विभाग ने इसकी सारी औपचारिकताएं पूरी कर ली हैं. अंतिम मंजूरी आने के बाद बाईपास सड़क निर्माण की प्रक्रिया पूरी कर दी जाएगी.'
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