चित्तौड़गढ़. केंद्रीय नारकोटिक्स ब्यूरो उदयपुर की टीम ने जिले के डूंगला इलाके में एक बड़ी कार्रवाई को अंजाम दिया. सीपीएस (Concentrated poppy straw) पद्धति आधारित अफीम की खेती में डोडे पर चीरा लगाते किसान अपने नाती सहित सीबीएन टीम की गिरफ्त में आ गया. मौके से चीरे लगे 736 डोडे जब्त किए गए हैं.
केंद्रीय नारकोटिक्स ब्यूरो उदयपुर के अधीक्षक रघुनाथ रेगर के अनुसार गुप्त सूचना पर मंगलवार सुबह पालोद, डूंगला में यह कार्रवाई की गई. यहां शंकरलाल पुत्र प्रेम डांगी के नाम नारकोटिक्स की ओर से 10 आरी का लाइसेंस जारी किया गया. यह पट्टा सीपीएस यानी बिना चीरा लगाने का है. सोमवार शाम अज्ञात व्यक्ति ने ब्यूरो कार्यालय पर सूचना दी कि 72 वर्षीय शंकर लाल डांगी की ओर से डोडों पर चीरा लगाया गया, जबकि उसके नाम सीपीएस का लाइसेंस है.
736 डोडों के पौधों को उखाड़ा : सूचना के आधार पर तुरंत एक टीम गठित की गई जो मंगलवार तड़के मौके पर पहुंच गई. वहां अफीम के कई डोडों पर चीरे नजर आए. टीम ने मौके पर ही चीरे लगे 736 डोडों के पौधों को उखाड़ दिया. साथ ही शंकर लाल और उसके नाती 22 वर्षीय किशन लाल को गिरफ्तार कर लिया. पूछताछ में सामने आया कि सोमवार रात चीरा लगाया गया था और मंगलवार को अफीम का कलेक्शन करना था. इससे पहले ही नारकोटिक्स की टीम मौके पर पहुंच गई और दोनों को चीरे लगे हुए डोडों के साथ दबोच लिया. जब्त डोडे ब्यूरो के चित्तौड़गढ़ डिवीजन में रखवाए गए हैं.