वाराणसी: लोकसभा चुनाव 2024 के नतीजे 4 जून को आ जाएंगे. मंगलवार को किसका मंगल होगा यह तो जनता के दिए जनादेश से ही पता चल पाएगा. लेकिन काउंटिंग से पहले यूपी की सबसे हॉट सीट वाराणसी लोकसभा चुनाव के लिए बनाए गए स्ट्रांग रूम में रखे ईवीएम को लेकर हंगामा शुरू हो गया है.
दरअसल वाराणसी में विधानसभा चुनाव 2022 में जिस तरह से काउंटिंग के दो दिन पहले ईवीएम भरी एक मैजिक गाड़ी पकड़ाने के बाद जमकर बवाल हुआ था. सोशल मीडिया पर वायरल मैसेज के बाद लोगों की जबरदस्त भीड़ काउंटिंग सेंटर के बाहर जुटने लगी थी. उसके बाद अब राजनीतिक दल और प्रशासनिक अधिकारियों ने वाराणसी में चुनावी तैयारी के साथ ही काउंटिंग को लेकर एक अलग से ही प्लान तैयार किया है.
ईवीएम जमा होने के बाद से ही देर रात को ही कांग्रेस और समाजवादी पार्टी के कार्यकर्ता लगातार उनकी निगरानी कर रहे हैं, 100 से ज्यादा पुलिसकर्मियों को उन कमरों के बाहर तैनात किया गया है. जहां ईवीएम रखी गई है. रविवार को अचानक से कुछ सीसीटीवी बंद होने के बाद इंडिया गठबंधन के कार्यकर्ताओं ने हंगामा भी किया. फिलहाल कांग्रेस पार्टी ने ईवीएम की सुरक्षा को लेकर अलग से स्ट्रैटेजी तैयार की गई है.
पुलिस कमिश्नर वाराणसी मोहित अग्रवाल ने बताया कि, ईवीएम को ट्रिपल लेयर सिक्योरिटी में रखा गया है. पहड़िया मंडी में बनाए गए स्ट्रांग रूम में आठ-आठ घंटे की शिफ्टवार ड्यूटी लगाई गई है. वहीं सीसीटीवी कैमरे से भी निगरानी कराई जा रही है. ईवीएम की आंतरिक सुरक्षा में सेंट्रल आर्म्ड पुलिस फोर्स तैनात किया गया है. दूसरा सुरक्षा घेरा पीएसी और आर्म्ड पुलिस के जवान संभालेंगे. तीसरे और बाहरी सुरक्षा घेरे में 50 से ज्यादा पुलिसकर्मी तैनात है. तीनों सुरक्षा घेरे में तैनात रहने वाले जवानों की आठ-आठ घंटे की ड्यूटी लगाई गई है. पुलिसकर्मियों की निगरानी के लिए तीन डीएसपी की आठ-आठ घंटे की ड्यूटी लगाई गई है. इसके अलावा स्ट्रांग रूम की मानीटरिंग के लिए सीसीटीवी कैमरे से मदद ली जा रही है.
वहीं ईवीएम की सुरक्षा को लेकर विपक्ष पूरी तरह से संशय की स्थिति में है. कांग्रेस प्रदेश अध्यक्ष और वाराणसी से प्रधानमंत्री मोदी के खिलाफ चुनाव लड़ने वाले अजय राय का कहना है कि, ईवीएम की सुरक्षा के लिए हमने पहले ही अपने कार्यकर्ताओं को अलर्ट कर दिया है. वह पहले दिन से ही ईवीएम की निगरानी कर रहे हैं. रविवार को जिस तरह से बनारस में कुछ कैमरे बंद हुए.हमने इसकी शिकायत चुनाव आयोग से की और अधिकारियों से भी, इसके बाद वहां पर अतिरिक्त कैमरे लगाए गए हैं. हमने कार्यकर्ताओं से स्पष्ट कर दिया है कि, एक पल के लिए भी निगरानी से हटे नहीं. जब तक नतीजे नहीं आ जाते तब तक केंद्र के बाहर से एक भी कार्यकर्ता हिलेगा नहीं.
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