धनबाद: केंद्रीय जांच ब्यूरो (CBI) ने धनबाद के मुग्मा क्षेत्र में तैनात ईस्टर्न कोलफील्ड्स लिमिटेड (ECL) के एक उप महाप्रबंधक को कथित रिश्वतखोरी के मामले में गिरफ्तार किया है. केंद्रीय जांच एजेंसी ने गुरुवार को यह जानकारी दी है.
सीबीआई के एक अधिकारी ने बताया कि टीम ने 1 मई को हरियाजाम कोलियरी मुग्मा क्षेत्र के डीजीएम राम प्रकाश पांडे के खिलाफ मामला दर्ज किया था. डीजीएम पर आरोप है कि उन्होंने ने शिकायतकर्ता से उसकी ड्यूटी भूमिगत से सतही करने के लिए 75 हजार रुपये की रिश्वत मांगी थी. शिकायतकर्ता 2006 से ईसीएल के मुग्मा क्षेत्र के अंतर्गत हरियाजाम कोलियरी सीबीएच ग्रुप ऑफ माइंस में सामान्य मजदूर के रूप में काम कर रहा था. 2011 के दौरान वह एक घातक दुर्घटना का शिकार हुआ और इस कारण वह कथित तौर पर 50 प्रतिशत दिव्यांग हो गया.
इस संबंध में धनबाद सिविल सर्जन ने 2012 में एक मेडिकल सर्टिफिकेट जारी किया था. हादसे से पहले शिकायतकर्ता अपनी भूमिगत ड्यूटी कर रहा था. लेकिन 50 प्रतिशत तक दिव्यांग होने के बाद शिकायतकर्ता ने डीजीएम राम प्रकाश पांडे से सतह पर अपनी ड्यूटी बदलने का अनुरोध किया लेकिन उसने ऐसा नहीं किया. ये तमाम बातें सीबीआई ने अपनी ओर से जारी विज्ञप्ति में कहा है.
इसके बाद डीजीएम ने 16 मार्च 2024 को प्राधिकरण पत्र जारी किया. जिसके माध्यम से डीजीएम ने शिकायतकर्ता को सतह के काम के वेब्रिज, सेंट्रल पूल साइडिंग में प्रतिनियुक्त किया गया और डीजीएम ने कथित तौर पर उस काम के लिए शिकायतकर्ता से रिश्वत की मांग की, जांच एजेंसी ने ये दावा किया है. जांच एजेंसी के अधिकारी ने कहा कि सीबीआई ने जाल बिछाया और आरोपी को शिकायतकर्ता से रिश्वत के आंशिक भुगतान के रूप में 20 हजार रुपये की रिश्वत लेते हुए रंगे हाथों पकड़ लिया. आरोपी के परिसरों की तलाशी ली गई, जिसमें आपत्तिजनक दस्तावेज बरामद हुए. सीबीआई ने कहा कि इस मामले जांच जारी है.
इनपुट- पीटीआई
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