सरगुजा: इन दिनों नौतपा शुरू हो चुका है. भीषण गर्मी लोगों को सता रही है. ऐसे में लोग स्वीमिंग पूल या प्राकृतिक सरोवर का रुख कर रहे हैं. लोग परिवार के साथ घंटों ठंडे पानी में समय बिताकर गर्मी से राहत पाने की कोशिश कर रहे हैं. हालांकि इस बीच कुछ ऐसी घटनाएं सामने आ रही है, जो चिंताजनक हैं. कई बार देखा जाता है कि पिकनिक मनाने गए लोगों की पानी में डूबने से मौत हो जाती है.
डूबकर एक बच्चे की हुई मौत: दरअसल, रविवार की शाम अम्बिकापुर से एक परिवार सूरजपुर के एक स्वीमिंग पूल में गया था. वहां इस परिवार के एक बच्चे की मौत पानी में डूबने से मौत हो गई. लोगों का आनंद उनके दुख का कारण बन जाता है. छोटी सी चूक के कारण मातम छा जाता है. ऐसे में ईटीवी भारत ने स्वीमिंग ट्रेनर से बातचीत की और जाना कि स्वीमिंग सीखते या करते वक्त किन सावधानियों का विशेष ध्यान रखना चाहिए.
जानिए क्या कहते हैं स्वीमिंग ट्रेनर: ईटीवी भारत से बीतचीत के दौरान अम्बिकापुर के स्वीमिंग ट्रेनर मुकेश ने कहा कि," जब भी कोई बच्चा पानी में जाता है, तो ध्यान दें कि उसके पैरेंट्स साथ में हों. ये देखना भी जरूरी है कि पानी कैसा है. गहरा है या बहाव वाला है. जब भी आप किसी भी पानी वाली जगह पर जाएं तो एक अच्छा प्रशिक्षक या तैराक वहां होना चाहिए. मैं ये भी बताना चाहता हूं कि एक अच्छा तैराक बहुत अच्छा लाइफ सेवर नहीं हो सकता. उसके लिए एक बेहतर प्रशिक्षक की जरूरत होती है."
जब कोई बच्चा या व्यक्ति पानी में जाता है और गिरने से उसका सिर पानी में डूबने लगता है तो वो सामान्य रूप से अपने हाथ से खुद को रोकता है. ऐसा ही इंसान पानी से बाहर गिरने पर भी करता है, लेकिन पानी में वो रुक नहीं पाता और नीचे चला जाता है. पूरा खेल कॉन्सेस का है. हड़बड़ाहट में इंसान का दिमाग काम नहीं करता और वो कम पानी में भी डूब जाता है. जब कभी आप ऐसी स्थिति में रहें, तो सबसे पहले प्रयास करें कि सिर बाहर निकालकर किसी को आवाज दें या हाथ हिलाए. इससे कोई आपको बचाने आ जाए या किसी चीज को पकड़ने का प्रयास करें और अपने पैर को स्थिर करने की कोशिश करें. -मुकेश, स्वीमिंग ट्रेनर
ऐसे में अगर आप गर्मी में पिकनिक मनाने जाते हैं और आपका बच्चा प्राकृतिक सरोवर या स्वीमिंग पूल में आपके साथ जाने की जिद कर रहा है, तो आप इन खास बातों का जरूर ध्यान रखें. बगैर तैराकी की जानकारी के गहरे पानी में न खुद जाएं ना अपने बच्चों को जानें दे.