जींद: जिले के गांव सुरबूरा के पशु व्यापारी ने करीब डेढ़ करोड़ रुपये के कर्ज से परेशान होकर सुसाइड कर लिया. मृतक ने सुसाइड नोट में 11 लोगों को अपनी मौत के लिए जिम्मेदार ठहराया है. उचाना थाना पुलिस ने सुसाइड नोट को आधार मानकर मृतक के बेटे की शिकायत पर 11 लोगों के खिलाफ आत्महत्या के लिए मजबूर करने का मामला दर्ज किया है.
गांव सुरबूरा निवासी पशु व्यापारी फूल कुमार ने 5 मार्च को सुसाइड की कोशिश की थी. परिजनों ने उसे हिसार के निजी अस्पताल में भर्ती किया था. इलाज के दौरान उसकी मौत हो गई. मृतक ने सुसाइड नोट छोड़ा है. इसकी सूचना पाकर पुलिस मौके पर पहुंची और शव तथा सुसाइड नोट को कब्जे में ले लिया. सुसाइड नोट में लिखा गया था कि वो इलाके से भैंस खरीदने और बेचने का काम करता है. गांव दनौदा कलां निवासी मनोज खरीदी गई भैंसों को भोपाल लेकर जाता था.
मृतक के ऊपर भैंस खरीदने वाले कई व्यापारियों का पैसा उधार था. सुसाइड नोट के मुताबिक भोपाल निवासी मुन्ना का 68 लाख, यूनिस का 22 लाख, भोलू और पपौला का 13 लाख, पप्पू का 11 लाख, काला डॉक्टर 10 लाख 40 हजार, भोला का सात लाख, कासिम का 9.23 लाख और संतोष खजुरिया का 8.70 लाख रुपये बकाया था. जिनसे उसने भैंस खरीदी थी. वे रुपयों के लिए दबाव बना रहे थे.
मृतक ने जिन पशु व्यापारियों को भैंस बेची थी वे रुपये नहीं दे रहे थे. इसी से परेशान होकर उसने आत्महत्या कर ली. सुसाइड नोट में उसने मौत के लिए 11 लोगों को जिम्मेदार ठहराया है. मृतक के बेटे विकास ने पुलिस को बताया कि भोपाल के पशु व्यापारियों की तरफ लगभग डेढ़ करोड़ से ज्यादा की राशि बकाया है. लोग दबाव बना रहे थे. उन्होंने अपनी जमीन बेच कर कुछ लोगों की राशि भी चुकाई. राशि अटकने के चलते उसके पिता ने परेशान होकर आत्महत्या की है.
उचाना थाना पुलिस ने मृतक के सुसाइड नोट को आधार मानकर मृतक के बेटे की शिकायत पर गांव दनौदा निवासी राजा, भोपाल निवासी मुन्ना, पप्पु तेली, मनोज, पपौला, यूनिस, काला डाक्टर भोला, कासिम, संतोष, के खिलाफ आत्महत्या के लिए मजबूर करने का मामला दर्ज कर जांच शुरू कर दी है.
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