लखनऊ : कोलकाता में रेजिडेंट डॉक्टर के साथ रेप और मर्डर की घटना के विरोध में प्रदेश के चार हजार से ज्यादा रेजिडेंट डॉक्टर सोमवार को हड़ताल पर हैं. किंग जॉर्ज चिकित्सा विश्वविद्यालय में डॉक्टरों ने प्रदर्शन शुरू कर दिया है, हालांकि रेजिडेंट डाक्टरों ने ट्रॉमा सेंटर व इमरजेंसी व्यवस्था से खुद को अलग नहीं किया है. यहां पर मरीजों का इलाज जारी रहेगा.
सुरक्षा नहीं तो ड्यूटी नहीं : ईटीवी भारत से बातचीत के दौरान रेजिडेंट डॉक्टरों ने कहा कि कोलकाता में महिला डॉक्टर के साथ जो हुआ वह बहुत ही गलत हुआ. एक मेडिकल कॉलेज में सुरक्षा व्यवस्था नहीं है. यह बहुत ही शर्मसार करने वाली बात है. इस तरह के मामले आए दिन सामने आते हैं. कुछ मामलों में इंसाफ के नाम पर कोई कार्रवाई नहीं होती तो वहीं कुछ मामलों में अपराधी को पकड़ लिया जाता है. लेकिन, कब तक इस तरह की घटना मेडिकल कॉलेज में होती रहेगी. इस तरह की घटना को रोकने के लिए सरकार को कोई न कोई कदम जरूर उठाना चाहिए. कोई भी बाहरी आता है और इस तरह की घटना को अंजाम दे देता है. कई बार डॉक्टर के साथ मारपीट करता है. ये काफी शर्मनाक घटना होती है. ऐसी घटना पर अंकुश लगाना बहुत जरूरी है और जब तक हमें सुरक्षा नहीं मिलेगी तब तक हम ड्यूटी पर नहीं लौटेंगे और कार्य बहिष्कार करेंगे.
कुछ रेजिडेंट डॉक्टरों ने बातचीत के दौरान यह भी कहा कि हम ड्यूटी से सिर्फ इसलिए बहिष्कार कर रहे हैं कि हमें इंसाफ मिल सके और कोलकाता में हुए रेजिडेंट डॉक्टर को न्याय मिले. साथ ही हर मेडिकल कॉलेज में सुरक्षा व्यवस्था को दुरुस्त दुरुस्त किया जाए. ऐसा न हो कि सिर्फ नाम मात्र के लिए सिक्योरिटी लगी है. इमरजेंसी सेवाएं सुचारू रूप से चल रही हैं, वहीं ओपीडी से हमने कार्य बहिष्कार किया है. महिला रेजिडेंट डॉक्टरों ने कहा कि यहां पर भी सुरक्षा के नाम पर कोई व्यवस्था नहीं है. हमें सिर्फ इंसाफ चाहिए, न्याय चाहिए इसके अलावा और कुछ भी नहीं. हम मरीजों की सेवा करते हैं. उनकी देखरेख करते हैं. उनका इलाज करते हैं, लेकिन बदले में हमें सिर्फ असुरक्षा ही मिलती है.
हड़ताल कर रहे रेजिडेंट डॉक्टरों ने बताया कि दिल्ली में 10 सरकारी अस्पतालों के चिकित्सकों ने कोलकता में एक रेजिडेंट डॉक्टर के दुष्कर्म एवं हत्या मामले को लेकर अनिश्चितकालीन हड़ताल शुरू कर दी. रेजिडेंट डॉक्टर्स एसोसिएशन (आरडीए) ने एक बयान में बताया कि मौलाना आजाद मेडिकल कॉलेज, राम मनोहर लोहिया (आरएमएल) अस्पताल, लेडी हार्डिंग मेडिकल कॉलेज, वीएमएमसी और सफदरजंग हॉस्पिटल, दीनदयाल उपाध्याय हॉस्पिटल, जीटीबी, डॉ. बाबा साहेब आंबेडकर मेडिकल कॉलेज और राष्ट्रीय क्षय एवं श्वसन रोग संस्थान के चिकित्सक सुबह नौ बजे शुरू हुई इस हड़ताल में शामिल हैं.
आरडीए के अनुसार, अनिश्चतकालीन हड़ताल के दौरान सभी बाह्यरोगी विभाग (ओपीडी), ऑपरेशन थिएटर और वार्ड ड्यूटी बंद रहेगी, लेकिन आपातकालीन सेवाएं सामान्य दिनों की तरह चालू रहेंगी, ताकि यह सुनिश्चित हो कि आपात चिकित्सा वाले रोगियों को परेशानी न हो. फेडरेशन ऑफ रेजीडेंट डॉक्टर्स एसोसिएशन (फोरडा) ने कोलकाता के आरजी कर मेडिकल कॉलेज में ड्यूटी के दौरान एक परास्नातक प्रशिक्षु चिकित्सक के साथ दुष्कर्म और हत्या मामले को लेकर यह कदम उठाया है. पश्चिम बंगाल के इस सरकारी अस्पताल के सेमीनार हॉल में बीते बृहस्पतिवार रात को डॉक्टर (32) का शव अर्द्ध नग्न हालत में मिला था.
एसजीपीजीआई और मेडिकल कॉलेज के डॉक्टर भी हड़ताल में शामिल
वहीं कोलकाता में हुई दरिंदगी को लेकर राजधानी लखनऊ के केजीएमयू के बाद एसजीपीजीआई और मेडिकल कॉलेज के भी डॉक्टर हड़ताल में शामिल हो गए. स्वास्थ्य मंत्री को पत्र लिखकर दोषियों को कड़ी सजा देने की मांग की है. प्रदर्शन में रेजिडेंट डॉक्टर के साथ पीजीआई के सीनियर डॉक्टर भी शामिल हुए. वहीं मंगलवार से हड़ताल पर जाने की चेतावनी दी है.
कोलकाता में डॉक्टर की हत्या के विरोध में प्रयागराज में प्रदर्शन: पश्चिम बंगाल के कोलकाता के मेडिकल कॉलेज में रेजिडेंट डॉक्टर की रेप के बाद हत्या किए जाने के सनसनीखेज मामले के विरोध में सोमवार को देशभर में रेजिडेंट डॉक्टरों ने कामकाज बंद कर विरोध प्रदर्शन किया है. उसी कड़ी में सोमवार को मोती लाल नेहरू मेडिकल कॉलेज के स्वरूप रानी नेहरू अस्पताल के रेजिडेंट जूनियर डॉक्टरों ने कामकाज बंद कर विरोध प्रदर्शन किया. इन डॉक्टरों ने एसआरएन अस्पताल परिसर में प्रदर्शन करने के साथ ही अस्पताल परिसर से मेडिकल कॉलेज चौराहे तक जुलूस निकालकर विरोध जताया है. इसके साथ ही तीन सूत्रीय मांगों के पूरा न होने तक आंदोलन करने की भी चेतावनी दी है.
रायबरेली एम्स में भी प्रदर्शन
रायबरेली: अखिल भारतीय आयुर्विज्ञान संस्थान (एम्स) रायबरेली के मेडिकल छात्रों ने सोमवार को प्रदर्शन किया. कोलकाता में मेडिकल छात्रा के साथ रेप और हत्या के विरोध में कैंडल मार्च निकाला गया. जिसमें सैकड़ों लोग शामिल हुए. प्रदर्शन में सीनियर डॉक्टर, मेडिकल छात्र और सहायक कर्मचारी शामिल थे. सभी ने हाथों में मोमबत्तियां लेकर न्याय की मांग की.
बीएचयू के डाक्टरों ने 13 अगस्त को किया हड़ताल का एलान
वाराणसीः कोलकाता में रेजिडेंट डॉक्टर की हत्या के विरोध में बीएचयू मेडिकल कॉलेज के छात्रों ने कैंडल मार्च निकाला। बीएचयू मेडिकल कॉलेज के एनेस्थीसिया विभाग के सीनियर रेजिडेंट गौरव राय ने कहा कि कोलकाता में सीनियर रेजिडेंट के साथ रेप और हत्या इस देश के के लिए शर्मनाक बात है. ऑल इंडिया रेजिडेंट संगठन के आह्वान पर यह आंदोलन चलाया जा रहा है. जब न्याय नहीं मिलेगा तब तक लड़ाई जारी रहेगी. 13 अगस्त को बीएचयू सर सुंदरलाल लशअस्पताल में हड़ताल रहेगा. हड़ताल से इमरजेंसी आईसीयू लेबर रूम और अन्य सीरियस मरीज को मुक्त रखा गया है. ओपीडी में कार्यों का बहिष्कार किया जाएगा.