जयपुर. सीकर के नीमकाथाना सरकारी अस्पताल में ब्लड चढ़ाने के बाद प्रसूता की मौत के बाद औषधि नियंत्रक विभाग ने जांच के लिए अपनी टीम भेजी. मामले को लेकर औषधि नियंत्रक अजय फाटक ने बताया कि घटना के बाद औषधि नियंत्रक विभाग ने अपनी एक टीम नीमकाथाना के सरकारी अस्पताल भेजी थी. टीम की जांच में सामने आया कि ब्लड मैचिंग एकदम सही थी, वहीं, आशंका जताई जा रही है कि दूषित ब्लड चढ़ाने से प्रसूताओं की तबीयत शायद बिगड़ी होगी. ऐसे में टीम ने ब्लड बैंक से सैंपल लेकर जांच के लिए भेजा है और जांच रिपोर्ट के बाद ही पूरे मामले की सही जानकारी सामने आ सकेगी. एहतियात के तौर पर ब्लड बैंक को सीज कर दिया गया है.
ये है पूरा मामला : दरअसल, यह पूरा मामला नीमकाथाना के एक सरकारी अस्पताल का है, जहां शनिवार को तीन गर्भवती महिलाओं को अस्पताल में भर्ती कराया गया था और खून की कमी के चलते डॉक्टर ने जांच कर तीनों में ब्लड की कमी बताई थी और परिजनों से ब्लड लाने के लिए कहा था.
इसके बाद मरीज के परिजन शाहपुरा रोड स्थित सीता ब्लड बैंक से ब्लड लेकर आए थे, लेकिन ब्लड चढ़ाने के बाद तीनों महिलाओं की तबीयत बिगड़ने लगी. इसके उपरांत चिकित्सकों ने उन्हें जयपुर रेफर कर दिया, जहां एक महिला को जनाना अस्पताल में भर्ती करवाया गया, लेकिन अस्पताल में महिला की मौत हो गई. जबकि दो अन्य महिलाओं को परिजनों ने निजी अस्पताल में भर्ती करवाया है. निजी अस्पताल में भर्ती दूसरी प्रसूता ने मृत बच्चे को जन्म दिया.