हल्द्वानी: काठगोदाम स्थित अपने दादा-दादी के घर में नाबालिग द्वारा आत्महत्या करने के मामले में नाबालिग के पिता ने चार लोगों के खिलाफ मामला दर्ज कराया है. नाबालिग के पिता मर्चेंट नेवी में नौकरी करते हैं और घटना के समय वह अमेरिका के मियामी में तैनात थे. 13 अगस्त को वह हल्द्वानी पहुंचे. नाबालिग के पिता ने पुलिस को बताया कि बीती नौ अगस्त को उनका बेटा अपने दोस्तों के साथ कार से लौट रहा था. शाम करीब छह बजे कार निर्मला कॉन्वेंट स्कूल के पास पहुंची, तो कार से एक राहगीर टकरा गया, जिससे उनका बेटा (कार चालक) घबरा गया और वापस हल्द्वानी की ओर आने लगा.
नाबालिग की कार का चार लोगों ने किया था पीछा: बनभूलपुरा लाइन नंबर आठ निवासी रेहान और उसके तीन साथी अरफराज, नसीम, कृष्णा और तनिष्क ने अपनी कार से नाबालिग की कार का पीछा किया. नाबालिग ने खुद को बचाने के लिए कार को एक गली में मोड़ दिया, जहां पर चारों युवकों ने कार को जबरन रोका और पत्थर मारकर कार के शीशे तोड़ दिए. इसके बाद नाबालिग किसी तरह से वहां से भागा और एक खाली प्लॉट में कार को खड़ा कर दिया.
10 अगस्त की सुबह नाबालिग ने की थी आत्महत्या: चारों युवक उसे ढूंढते हुए वहां भी पहुंच गए और देवाशीष होटल के गेट के पास नाबालिग को बुरी तरह से पीटा. साथ ही उसे और उसके परिवार को जान से मारने की धमकी दी. घटना के बाद नाबालिग लहूलुहान हालत में दमुवाढूंगा स्थित अपने घर पहुंचा. 10 अगस्त की सुबह नाबालिग ने आत्महत्या कर ली.
पुलिस बोली नाबालिग के साथ हुई मॉब लिंचिंग की घटना: एसओ काठगोदाम विमल मिश्रा ने बताया कि प्रारंभिक जांच में पता चला है कि नाबालिग को चारों युवकों ने मॉब लिंचिंग कर प्रताड़ित किया है और आत्महत्या के लिए मजबूर किया. उन्होंने कहा कि आरोपियों के खिलाफ बीएनएस की धारा 115, 108, 309 (4), 324(2), 351(3) और 352 के तहत नामजद मुकदमा दर्ज कर लिया गया है.
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