आगरा: आगरा विकास प्राधिकरण (एडीए) ने सचिव के फर्जी हस्ताक्षर मामले में प्रवर्तन लिपिक दुष्यंत शर्मा के खिलाफ धोखाधड़ी और कूटरचित दस्तावेज दर्ज करने का मुकदमा दर्ज कराया है. एडीए अधिकारी की तहरीर पर लोहामंडी थाना पुलिस ने गुरुवार देर शाम मुकदमा दर्ज करके छानबीन शुरू कर दी है. आरोप है कि, प्रवर्तन लिपिक दुष्यंत शर्मा ने एक निर्माण के मामले में सीलिंग के जो आदेश दिए थे, उन पर सचिव के फर्जी हस्ताक्षर किए गए थे. जिस पर आरोपी लिपिक को 25 अप्रैल को निलंबित कर दिया गया था.
बता दें कि एडीए के सहायक अभियंता सतीश कुमार ने डीसीपी सिटी सूरज राय के ऑफिस में तहरीर दी. आरोप था कि, 15 अप्रैल को प्रवर्तन लिपिक दुष्यंत शर्मा ने दो पत्रावली उपलब्ध कराई थीं. इसमें दो निर्माण को सील करने के संबंध में एडीए सचिव के आदेश थे. इस पर सीलिंग की कार्रवाई की गई थी. जब एडीए एनफोर्समेंट ग्रुप पर कार्रवाई के फोटो, वीडियो और आदेश की प्रति डाली गई, तो एडीए सचिव श्रद्धा शांडिल्यायन ने पाया कि आदेश की प्रति पर उनके हस्ताक्षर नहीं थे.
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इस बारे में एडीए उपाध्यक्ष अनिता यादव को प्रकरण से अवगत कराया था. जिसमें जानकारी दी गई कि, प्रभारी प्रवर्तन/एडीए सचिव के पत्रावली पर हस्ताक्षर दुष्यंत शर्मा ही कराते हैं. जिस पर टीम कार्रवाई करती है. इस पर सहायक अभियंता ने तहरीर में लिपिक के खिलाफ केस दर्ज कराने की मांग की है.
डीसीपी सिटी सूरज राय ने बताया, कि एडीए के सहायक अभियंता की तहरीर पर लिपिक के खिलाफ मुकदमा दर्ज कर लिया है. लोहामंडी थाना पुलिस साक्ष्य संकलन करके आगे की कार्रवाई करेगी. जो निर्माण सील किए गए हैं. वे अवैध थे या वैध, इस बात की जानकारी ली जाएगी. फर्जी हस्ताक्षर लिपिक ने ही किए या किसी और ने किए ? ये जांच का विषय है.
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