झांसी: थाना कोतवाली क्षेत्र अंतर्गत बड़ागांव गेट के बाहर विवादित स्थान पर महापुरुषों की प्रतिमा रखने के मामले में कोतवाली थाना पुलिस ने पूर्व केंद्रीय मंत्री व सपा नेता सहित कई लोगों के खिलाफ मंगलवार को एफआईआर दर्ज की. उन पर आरोप है कि एक कमरे में रखी संत रविदास और भीमराव आंबेडकर की प्रतिमाओं की पूजा-अर्चना करने के बहाने सोमवार शाम पूर्व केंद्रीय मंत्री प्रदीप जैन आदित्य और सपा नेता डॉक्टर रघुवीर चौधरी के नेतृत्व में 60 से 70 लोग ताला खोलकर घुस गए और मना करने पर पुलिस वालों के साथ अभद्रता करने लगे.
थाना कोतवाली क्षेत्र में स्थित संत रविदास बगिया में समिति के सदस्यों की ओर से संत रविदास और डॉ. भीमराव आंबेडकर की प्रतिमाएं स्थापित करने का निर्णय लिया था. इसके लिए दोनों प्रतिमाओं को लाकर बगिया के एक कमरे में रखवा दिया गया था. प्रतिमाएं स्थापित करने के लिए रविदास जयंती का दिन तय किया गया था. इसकी जानकारी लगते ही दूसरे पक्ष ने इसका विरोध शुरू कर दिया था.
दोनों पक्षों ने पुलिस और प्रशासन के अधिकारियों के समक्ष अपनी बात भी रखी थी. दोनों पक्षों को बैठाकर बातचीत भी कराई गई थी. लेकिन, सामंजस्य नहीं बन पाया था. दूसरे पक्ष की दलील थी कि बगिया की जमीन को लेकर मामला न्यायालय में विचाराधीन है. मुकदमे का फैसला आने के बाद ही वहां पर कोई नया निर्माण या प्रतिमाओं की स्थापना कराई जा सकती है. इसकी भनक लगते ही दूसरे पक्ष ने शिकायत प्रशासन से कर दी. इससे वहां हंगामा खड़ा हो गया और मौके पर लोगों की भारी भीड़ जमा हो गई. इस दौरान विभिन्न दलों के नेता भी मौके पर पहुंच गए थे और धरना-प्रदर्शन होने लगा था.
पुलिस ने राजनेताओं पर पुलिस से अभ्रदता और नारेबाजी व धक्का-मुक्की करने का आरोप लगाया. कोतवाली में निरीक्षक सुधाकर सिंह व अन्य पुलिसकर्मियों ने बताया कि कमरे में रखीं मूर्तियों की सुरक्षा के लिए उनकी ड्यूटी लगी थी. इन लोगों को काफी समझाने का प्रयास किया गया. उसके बाद भी विवादित जगह पर मूर्तियां रख दीं. निरीक्षक की तहरीर पर पूर्व केंद्रीय मंत्री प्रदीप जैन आदित्य, डॉ. रधुवीर चौधरी, आयोजक उमाशंकर अहिरवार, दीपक, वीरेन्द्र, सुनील और मनोज के खिलाफ मुकदमा दर्ज किया गया.
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