अलवर. जिले के टहला थाना अंतर्गत बुधवार रात एक कार ने दंडवत लगा रही सास- बहू को टक्कर मार दी. इससे दोनों महिलाएं गंभीर घायल हो गई. टक्कर मारने वाले डॉक्टर ने दोनों को अस्पताल ले जाने से मना कर दिया, जिससे उनको समय पर उपचार नहीं मिल पाया. इस कारण महिला नोरसी देवी ने देर रात अस्पताल में दम तोड़ दिया.परिजनों ने पुलिस में डॉक्टर के खिलाफ रिपोर्ट दर्ज करा दी है.
मृतका के बेटे विशाल मीणा ने बताया कि वह पाटोलिया बास गांव के निवासी हैं. बुधवार रात को उनकी मां व दादी नारायणी माता की दंडोती कर रही थी. रात के समय उनके जानकार पूर्व सरपंच निवासी पालपुर के घर रात्रि भोजन व आराम करने के लिए रुके. एक घंटा बाद दोनों महिलाएं वहां से अपनी आगे की यात्रा के लिए निकली. दोनों महिलाएं सड़क से 5 फीट दूर खड़ी होकर दंडोती लगाने की तैयारी कर रही थी. इस दौरान तेज गति से आ रही कार ने महिलाओं को टक्कर मार दी. इसे दोनों महिलाएं गंभीर रूप से घायल हो गई. यह घटना करीब रात 8 बजे की बताई जा रही है. घटना के बाद मौके पर भीड़ जमा हो गई.
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डॉक्टर ने गाड़ी में बैठाने से किया मना: विशाल ने बताया कि एक्सीडेंट के बाद जब लोगों ने डॉक्टर से घायल महिलाओं को इलाज के लिए अस्पताल ले जाने की बात कही, तो डॉक्टर ने साफ मना कर दिया और कहा कि छोटी मोटी चोट है, ठीक हो जाएगी. विशाल मीणा ने कहा कि ग्रामीणों की सहायता से मां व दादी को टहला अस्पताल लाया गया. डॉक्टर ने गंभीर हालत देखते हुए नोरसी देवी (44) को राजगढ़ अस्पताल रेफर कर दिया. यहां उपचार के दौरान नोरसी देवी की मौत हो गई. विशाल ने कहा कि यदि समय पर डॉक्टर ट्रीटमेंट करते, तो आज उनकी मां उनके बीच होती. विशाल ने बताया कि उनकी दादी गणगौरी (55) का इलाज टहला अस्पताल में जारी है. मृतका के पति किसान है. टहला थाना अधिकारी बृजेश ने बताया कि परिजनों की रिपोर्ट के आधार पर जांच शुरू कर दी गई है. परिजनों की मौजूदगी में अलवर जिला अस्पताल में शव का पोस्टमार्टम कराया गया. इसके बाद शव परिजनों को सौंप दिया गया. पुलिस इस केस की जांच में जुट गई है.
10 किलोमीटर की दूरी में से 7 किलोमीटर कर चुकी थी पूरी: विशाल ने बताया की दंडवत की दूरी करीब 10 किलोमीटर की थी. इसमें मां व दादी ने करीब 7 किलोमीटर की दूरी को तय कर लिया था, इसके बाद हादसा हुआ. उन्होंने बताया कि नोरसी देवी ने अपने खेत में बने कुएं में पानी आने की बात पर नारायणी माता मंदिर तक दंडोती लगाने की मन्नत रखी थी. इसे पूरा करने के लिए घर की दोनों महिलाएं निकली थी. घटना के बाद से परिवार सदमे में है.