नई दिल्ली/नोएडा: अपनी जगह पर सॉल्वर से पुलिस भर्ती परीक्षा दिलवाने वाले फरार आरोपी को सेक्टर 24 थाना पुलिस ने गुरुवार को गिरफ्तार कर लिया. परीक्षा के दौरान ही सॉल्वर को पकड़ लिया गया था. आरोपी की पहचान योगेश सिंह निवासी जेवर के रूप में हुई. पुलिस पूछताछ में आरोपी ने बताया कि उत्तर प्रदेश पुलिस में कांस्टेबल पद पर भर्ती होने के लिए आवेदन किया था. वह पढ़ाई लिखाई में कमजोर है, उसको लगा कि वह परीक्षा में पास नहीं हो सकेगा.
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इसके बाद उसने एक कोचिंग सेंटर के संचालक भानू कौशिक को अपनी जगह पर परीक्षा देने के लिए कहा. भानू पर योगेश के पहले से 95 हजार की उधारी थी. योगेश ने भानू को अपनी जगह पर परीक्षा देने और पास कराने के नाम पर 95 हजार की उधारी माफ करने और 3 लाख रुपये अलग से देने के लिए कहा. इसके बाद आरोपियों ने कंप्यूटर से भानू का योगेश नाम से फर्जी आधार कार्ड तैयार किया. 17 फरवरी को परीक्षा के दौरान सेक्टर 11 के नेहरू युवा केंद्र परीक्षा केंद्र पर जांच में सॉल्वर भानू को पकड़ लिया गया. भानू के पकड़े जाने पर मूल परीक्षार्थी योगेश परीक्षा केंद्र के बाहर से फरार हो गया.
शेयर बाजार में निवेश कराने का झांसा देकर चार लाख 22 हजार की ठगी
साइबर ठगों ने सेक्टर 53 गिझौड़ में रहने वाले एक व्यक्ति को घर बैठे शेयर बाजार में निवेश कराने का झांसा देकर उनके साथ चार लाख 22 हजार रुपये की ठगी कर ली. मामले में पीड़ित ने थाना सेक्टर 24 में गुरुवार को मुकदमा दर्ज कराया है. पुलिस को दी गई शिकायत में रवि अग्रवाल ने बताया कि उनके पास कुछ समय पहले व्हाट्सऐप पर एक मैसेज आया, जिसमें घर बैठे डिजिटल मार्केटिंग और ऑनलाइन ट्रेडिंग करके लाखों रुपये कमाने की बात कही गई थी. उन्होंने जब उन लोगों से बात की तो उन्होंने उनको एक व्हाट्सएप के ग्रुप में जोड़ दिया गया.
इस ग्रुप में 100 से अधिक लोग जुड़े हुए थे. इसके बाद आरोपियों ने उनको कुछ यूट्यूब चैनल और ई- कॉमर्स वेबसाइट के ऑनलाइन पेज को अच्छा रेटिंग और रिव्यू करने का टास्क दिया. इस दौरान उनको कुछ फायदा हुआ. ठगों ने उनको दूसरे टास्क में ऑनलाइन ट्रेडिंग करने के लिए कहा. इस दौरान उनका एक अकाउंट बना दिया गया. इसके जरिए उन्होंने कई कंपनियों के शेयर में निवेश किया.
जिसमें शुरुआती दौर में उनको फायदा हुआ, लेकिन जब उनकी रकम लाखों में पहुंच गई तो उनके अकाउंट को बंद कर दिया गया. इसके बाद फिर से अकाउंट को खोलने का झांसा देकर ठगों ने कई बार में कुल चार लाख 22 हजार रुपये ले लिए. जब उन्होंने ठगों से अपने रुपये मांगे इस दौरान उनको टेलीग्राम ग्रुप से बाहर कर दिया गया. इस संबंध में थाना प्रभारी ने बताया कि पीड़ित द्वारा दी गई तहरीर के आधार पर मुकदमा दर्ज कर साइबर सेल और अन्य माध्यम से मामले की जांच की जा रही है.
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