इंदौर। मध्यप्रदेश लोक सेवा आयोग कार्यालय के बाहर विभिन्न मांगों को लेकर प्रदर्शन हुआ. अभ्यर्थियों द्वारा आयोग कार्यालय के बाहर प्रदर्शन सोमवार दोपहर 2 बजे से शुरू हुआ. प्रदर्शन 8 घंटे बीत जाने के बाद भी जारी रहा. छात्र अपनी मांगों पर अड़े रहे. छात्रों का कहना था कि आयोग उनकी मांगों पर तत्काल निर्णय ले. वहीं जब तक उनकी मांगें नहीं मानी जाती तब तक वह प्रदर्शन जारी रखेंगे. प्रदर्शन समाप्त करने के लिए आयोग के अफसर मौके पर पहुंचे
अभ्यर्थी अपनी मांग पर अड़े
लोक सेवा आयोग कार्यालय के बाहर चले विरोध प्रदर्शन को लेकर आयोग के ओएसडी रविन्द्र पंच भाई ने कहा कि अभ्यर्थियों से उनकी मांगों पर चर्चा करने के लिए डिप्टी सेक्रेटरी राखी सहाय दो बार छात्रों के बीच पहुंची. अभ्यर्थियों ने उनसे बात करने से इनकार कर दिया. अभ्यर्थी अपनी जिद पर अड़े हैं कि उनकी मांगों का तत्काल निराकरण किया जाए और उनसे बात करने के लिए आयोग के अध्यक्ष या सेक्रेटरी आएं. जबकि आयोग द्वारा त्वरित रूप से निर्णय नहीं लिया जा सकता. मांगों पर निर्णय का कार्य प्रक्रिया के अनुरूप किया जाता है.
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देर रात तक चला प्रदर्शन
लोक सेवा आयोग मुख्यालय के बाहर देर रात 10:30 बजे तक भी छात्र मुख्यालय के गेट के बाहर प्रदर्शन करते रहे. आयोग कार्यालय के बाहर जारी प्रदर्शन के चलते बड़ी संख्या में पुलिस बल भी तैनात किया गया. छात्रों का कहना है कि वह शांतिपूर्ण तरीके से अपना प्रदर्शन कर रहे हैं. अभ्यर्थी 10 मांगों को लेकर प्रदर्शन करते रहे. जिसमें मुख्य तौर पर राज्य सेवा परीक्षा 2023 की मुख्य परीक्षा जो 11 मार्च से होनी है, उसके समय में वृद्धि किए जाने की मांग है. आयोग द्वारा 2024 राज्य सेवा प्रारंभिक परीक्षा में जारी किए गए पदों की संख्या में वृद्धि करने की मांग भी है.