लखनऊ: चक गंजरिया स्थित कल्याण सिंह सुपर स्पेशियलिटी कैंसर संस्थान में मरीजों को अब और सुरक्षित खून मिलेगा. इसके लिए संस्थान में तीन करोड़ रुपये की न्यूक्लिक एसिड एंपलिफिकेशन टेस्ट (नैट) और चार करोड़ रुपये की लागत से एक्सरे इरेडियेटर मशीन की खरीद रहा है. प्रदेश सरकार ने मशीनों के लिए बजट जारी कर दिया है.
कैंसर संस्थान में बीते साल ब्लड एंड ट्रांसफ्यूजन मेडिसिन विभाग के तहत ब्लड बैंक की शुरुआत हुई. अब इसे आधुनिक तकनीक से लैस किया जा रहा है. इस बार विभाग को साढ़े आठ करोड़ रुपये आवंटित हुए हैं. इससे ये दोनों मशीनें खरीदे जाने के बाद कैंसर मरीजों का इलाज करने की राह आसान होगी.
खून के संक्रमण की होगी जांच: कैंसर संस्थान के एमएस डॉ. देवाशीष शुक्ला ने कहा कि कैंसर मरीजों की रोग प्रतिरोधक क्षमता काफी कम होती है. ऐसे में उन्हें खून चढ़ाने में अतिरिक्त सावधानी बरतनी होती है. नैट और एक्सरे इरेडियेटर मशीन से खून में मामूली संक्रमण की पहचान भी की जा सकती है. सामान्य तौर पर किसी को खून चढ़ाने से पहले एचआईवी, हेपेटाइटिस बी, सी, सिफलिस और मलेरिया की जांच की जाती है.
बीमारी वाले वायरस पकड़ में आएंगे: डॉ. देवाशीष शुक्ला ने कहा कि कोई संक्रमण तभी पकड़ में आता है, जब व्यक्ति को संक्रमित हुए काफी दिन बीत चुके होते हैं. नैट मशीन भी ये जांच करती है, लेकिन संवेदनशीलता ज्यादा होने से ये एक-दो दिन पहले हुए संक्रमण को भी पकड़ लेती है. इसी तरह एक्सरे इरेडियेटर मशीन डेंगू, स्वाइन फ्लू समेत कई अन्य संक्रमण की पहचान कर लेती है. इसके माध्यम से इंफ्लुएंजा वायरस, डेंगू, सेप्टोकॉकस, एलर्जी वाले बैक्टीरिया समेत अन्य संक्रमण का खात्मा हो सकता है.
सामान्य तौर पर चार मिनट में चार यूनिट तक खून संक्रमण मुक्त किया जा सकता है. उम्मीद है कि वित्तीय वर्ष की समाप्ति तक ये मशीनें खरीद ली जाएंगी. इससे संस्थान में इलाज के लिए पहुंचने वाले कैंसर मरीजों को बड़ी राहत मिलेगी. इसके साथ ही संस्थान की सुविधाओं में भी इजाफा होगा.