श्रीनगर: बैकुंठ चतुर्दशी मेले को लेकर कैबिनेट मंत्री धन सिंह रावत ने एक बैठक आयोजित की. मीटिंग में लोगों ने सुझाव के तौर पर मेले में प्रदेश के स्थानीय लोगो को सांस्कृतिक कार्यक्रमों का हिस्सा बनाने पर जोर दिया. साथ ही 14 नवंबर को कमलेश्वर महादेव मंदिर में होने वाले खड़ा दीया अनुष्ठान को लेकर भी विचार-विमर्श किया गया. इसके अलावा मीटिंग में मेले का आयोजन कम से कम सात दिनों के लिए किए जाने या सुझाव पेटी में आए सुझाव के आधार पर दिन निर्धारित किए जाने पर सहमति व्यक्त की गई.
लोगों से मांगे गए सुझाव: कैबिनेट मंत्री धन सिंह रावत ने कहा कि मेले को सफल बनाने के लिए नगर निगम में तीन दिन तक सुझाव पेटी रखी जाएंगी, जिसमें लोग अपने सुझाव डाल सकते हैं. मेले की पूरी थीम धार्मिक रहेगी. मेले में नगर क्षेत्र के विभिन्न स्कूलों के करीब 25 हजार छात्र-छात्राएं विभिन्न खेल एवं सांस्कृतिक प्रतियोगिताओं में प्रतिभाग करेंगे. उन्होंने कहा कि मेले की प्रथम रात्रि को भजन संध्या का भी आयोजन किया जाएगा.
निसंतान दंपति खड़े दीपक का करेंगे अनुष्ठान: कमलेश्वर मंदिर के मंहत आशुतोष पूरी ने कहा कि पहले की तरह इस साल भी बैकुंठ चतुर्दशी मेले को भव्य रूप दिया जाएगा. कमलेश्वर मंदिर मेले का मुख्य केंद्र बिंदु होगा. यहां पर 14 नवंबर को खड़े दीपक का अनुष्ठान किया जाना है, जहां एक रात्रि निसंतान दंपति खड़े दीपक का अनुष्ठान करेंगे, इसके लिए मंदिर में सारी व्यवस्था की जा रही हैं. उन्होंने कहा कि मंदिर में आने वाले श्रद्धालुओं के लिए खाने-रहने की व्यवस्था अभी से की जा रही है. साथ ही सभी मंदिरों को सजाने और श्रद्धालुओं के लिए स्नान घाट भी तैयार किया जा रहा है.
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