सुपौलः बिहार के सुपौल लोकसभा सीट पर तीसरे चरण में वोटिंग जारी है. लोकतंत्र के इस पर्व में हर कोई शामिल होकर मतदान कर रहे हैं. इसी कड़ी में सुपौल के रहने वाले पंकज वर्मा चर्चा में हैं. पंकज वर्मा दुबई में रहकर बिजनेस करते हैं. पूरा परिवार विदेश में रहता है लेकिन बिहार की माटी से कभी दूर नहीं हुए. लोकतंत्र के इस पर्व में हर साल दुबई से भारत अपने गांव आकर मतदान करते हैं. लोकतंत्र की सही परिभाषा क्या होता है इसे पंकज वर्मा बखूबी से बता रहे हैं.
हर पांच साल पर भारत आते हैं पंकज वर्माः सुपौल जिले के छातापुर गांव निवासी पंकज वर्मा अपनी पत्नी के साथ मतदान करने के लिए पहुंचे. मीडिया से बात करते हुए उन्होंने बताया कि वे भले दुबई में रहते हैं लेकिन हर पांच साल पर वे मतदान करने के लिए अपने गांव आते हैं. कहा कि जिस तरह से दुबई में भारत का डंका बज रहा है उसी तरह बजते रहे ताकि लोग बिना खौफ के विदेशों में रह सके.
"भारतीय लोकतंत्र में मेरी अटूट आस्था है. देश की सरकार बनाने में मेरा भी योगदान हो इसलिए दुबई से गांव आया हूं. हमने देश में एक स्थिर सरकार हो इसके लिए मतदान किया है. भारतीय लोकतंत्र में जब स्थिर सरकार होती है तो दुनिया के देश में भी भारतीय लोकतंत्र का डंका बजता है." -पंकज वर्मा, दुबई से आकर किया वोट
'आधी आबादी शिक्षित होगी तो देश शिक्षित होगा': पंकज वर्मा के साथ उनकी पत्नी नंदिता वर्मा भी मतदान करने के लिए पहुंची. नंदिता वर्मा ने नारी सशक्तिकरण को ध्यान में रखते हुए मतदान किया है. उन्होंने मीडिया से बात करते हुए कहा कि देश की आधी आबादी (महिलाएं) शिक्षित होगी तभी देश का विकास हो सकता है. नंदिता वर्मा भी अपने पूरे परिवार के साथ दुबई में रहती हैं.
"भारतीय लोकतंत्र की मजबूती के लिए मतदान करने के लिए आयी हूं. नारी की सुरक्षा भारतीय लोकतंत्र में बहुत जरूरी है. जब आधी आबादी सुरक्षित व शिक्षित होगी तब ही देश का विकास संभव है." -नंदिता वर्मा, पंकज वर्मा की पत्नी
इंडिया और एनडीए में मतदानः सुपौल लोकसभा सीट के लिए मतदान हो रहा है. जिले के पांच विधानसभा क्षेत्रों में 784 व मधेपुरा के सिंहेश्वर विधानसभा क्षेत्र में 161 मतदान केंद्रों पर वोटिंग हो रही है. सुपौल में इंडिया गठबंधन के राजद उम्मीदवार चंद्रहास चौपाल और एनडीए के जदयू उम्मीदवार दिलेश्वर कामैत के बीच मुकाबला है. 4 जून को पूरे देश में रिजल्ट आएगा.