बुरहानपुर: निंबोला थाना क्षेत्र में वनकर्मियों से मारपीट का मामला सामने आया है. ठाठर गांव के जंगल में प्लांटेशन की जगह पर भेड़-बकरियां चराने से रोकने पर पशु चरवाहों ने वनरक्षक की लाठी-डंडों से जमकर पिटाई कर दी. ये आरोप घायल वनरक्षक राधु वास्कले ने लगाए हैं. उन्होंने घायल अवस्था में हमलावरों के चंगुल से किसी तरह भागकर अपनी जान बचाई है. फिलहाल घायल का जिला अस्पताल में इलाज चल रहा है. वहीं, निंबोला पुलिस ने 4 लोगों पर मामला दर्ज किया है.
चरवाहों ने वनकर्मी से की मारपीट
बता दें कि बुरहानपुर वन मंडल में वन भूमि के कक्ष क्रमांक 169 ठाठर गांव में भेड़ बकरियों की चराई पर पूरी तरह से प्रतिबंध लगा हुआ है. इसके बावजूद कुछ पशु चरवाहे इस भूमि पर अवैध रूप से पशु चरा रहे थे, जिससे पौधों को नुकसान पहुंच रहा था. जब वनकर्मियों की नजर इस पर पड़ी तो उन्होंने पशु चराने से रोका, लेकिन वनकर्मियों को सख्ती बरतना भारी पड़ गया. इस बात से खफा होकर आधा दर्जन से अधिक चरवाहों ने उन पर हमला कर दिया.
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4 लोगों के खिलाफ मामला दर्ज
वनरक्षक राधू वास्कले ने बताया कि ''ठाठर के जंगल में आधा दर्जन से अधिक ग्रामीणों को भेड़ बकरियां चराने से रोकने का प्रयास किया, जिसके बाद आधा दर्जन से अधिक लोगों ने लाठी-डंडों से मारपीट की.'' वनरक्षक ने गारबलड़ी के सोमा, मिटाराम, मुडा और देवचंद पर आरोप लगाए हैं. डिप्टी रेंजर योगेश सावकारे ने बताया कि ''चरवाहों के द्वारा की गई मारपीट से घायल हुए वनरक्षक को अस्पताल में एडमिट किया गया है. साथ ही निंबोला थाना में लिखित शिकायत दर्ज कराई है.'' शिकायत के आधार पर निंबोला पुलिस ने 4 लोगों पर नामजद मामला दर्ज किया है.