बुरहानपुर। मध्य प्रदेश के बुहारनपुर जिले में अव्यवस्थाओं का नजारा देखने मिला. शहर के महाजनापेठ स्थित सतियारा शमशान घाट के चिता स्थल पर शेड नहीं हैं, बारिश के दौरान लोग गिरते पानी में पार्थिव शरीर को चिता देने को मजबूर हैं. लोगों ने बारिश होने पर चिता के पास मानव श्रृंखला बनाकर प्लास्टिक का सहारा लेकर चिता जलाई. जिसका वीडियो सामने आया है. बता दें कि शेड निर्माण को लेकर सांकेतिक रूप से निगम आयुक्त की शव यात्रा और पुतला दहन आंदोलन ग्रामीण कर चुके हैं. इसके बावजूद ठेकेदार ने शेड निर्माण में तेजी नहीं लाई है, लिहाजा लोगों को बारिश में चिता जलाने में परेशानी का सामना करना पड़ रहा है.
श्मशान घाट में नहीं शेड, अंतिम संस्कार में परेशानी
महाजना पेठ वार्ड स्थित सतियारा श्मशान घाट में छत ना होने से बारिश में चिता जलाना मुश्किल हो गया है. दरअसल एक वायरल वीडियो में साफ दिख रहा है कि एक चिता जल रही है, लेकिन बीच में बारिश ने खलल डाल दिया, इससे चिता बुझ जाती, लेकिन लोगों ने चिता को चारों ओर से प्लास्टिक से ढककर बुझने से बचाया, इस घटना को लेकर लोगों में आक्रोश है. उनका कहना है कि मरने के बाद भी सुकून नहीं है. जबकि बुरहानपुर में महापौर से लेकर सांसद तक भाजपा के हैं, फिर क्या वजह है की लोग मूलभूत सुविधाओं को लेकर परेशान हो रहे हैं.
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निगम से श्मशान घाट में छत की दरकार
सतियारा शमशान घाट पर अर्थी को कंधा देने आए सांसद प्रतिनिधि आदित्य प्रजापति ने भी इस मामले में दुख जताया है. उन्होंने कहा है 'शमशान में छत ना होने से बारिश के दौरान चिता जलाने में दिक्कतें हो रही है. चिता अधजली न रह जाए चिंता सताती है. हम नगर निगम कमिश्नर से निवेदन करते हैं कि वह इस और देखें और तुरंत ही शमशान घाट की छत का कार्य शुरू कराएं, ताकि इस समस्या से निजात मिल सके.