बुरहानपुर। ऐतिहासिक कुंडी भंडारे में फिलहाल के लिए पर्यटकों का लिफ्ट से प्रवेश बंद हो गया. इससे दर्शकों को निराश होकर वापस लौटना पड़ रहा है. अधिकारियों का कहना है कि बारिश के चलते जल स्तर बढ़ने की वजह से ऐसा निर्णय लिया गया है. कुंडी भंडारे को अभी हाल ही में मरम्मत के बाद आम लोगों के लिए खोला गया था, लेकिन फिर से इसे बंद करना पड़ा. वहीं, कुछ पर्यटकों का कहना है कि कुंडी धंसने के कारण ऐसा हुआ है. प्रशासन को जल्द कुंडी का निर्माण कराकर दोबारा प्रवेश शुरू कराना चाहिए.
कुंडी भंडारे की लिफ्ट बंद
बुरहानपुर में स्थित ऐतिहाासिक कुंडी भंडारा को देखने के लिए दूर-दूर से लोग आते हैं. कई बार पर्यटकों की संख्या अधिक होने के कारण कुंडी के धंसने की भी समस्या बनी रहती है, पिछले साल भी कुंडी धंस गई थी. हालांकि जल्द ही इसकी मरम्मत कर दी गई थी. बरसात में जल स्तर बढ़ने के कारण मलबा नचे गिरने लगता है, जिसके कारण बारिश के दिनों में यहां प्रवेश बंद कर दिया जाता है. कुंडी भंडारे में लगीं कुंडियां यहां सबसे प्रमुख आकर्षक का केन्द्र हैं. लेकिन शरारती तत्वों ने इसको भी नुकसान पहुंचा दिया है.
पानी के बहाव के कारण कुंडी धंस गई
पूर्व पार्षद और नगर अध्यक्ष प्रतिनिधि अमर यादव ने बताया कि, 'पानी के बहाव के कारण कुंडी धंस गई है, इसका ऊपरी हिस्सा 80 फीट नीचे जा गिरा है, जिससे पानी की निकासी प्रभावित हो गई है. प्रमुख कुंडी भंडारे के बीच रोड किनारे ही यह कुंडी होने से फिलहाल आसपास कांटे लगाकर इसे बैरिकेडिंग की गई है.' उन्होंने बताया कि, 'अभी पिछले महीने ही नगर निगम ने सफाई और मरम्मत का काम पूरा कराकर इसे चालू कराया था. लेकिन बारिश में कुंडी का हिस्सा फिर धंस गया और मलबा गिरने से पानी का बहाव रुक गया है. कुंडी में पानी भर जाने के कारण अब पर्यटक लिफ्ट से नीचे नहीं उतर पा रहे है.'
कुंडी भंडारा यूनेस्को की अस्थाई सूची में है शामिल
कुंडी भंडारा यूनेस्को की अस्थायी सूची में शामिल है, इसके बाद भी इसकी देखरेख पर कोई विशेष ध्यान नहीं दिया जा रहा है. लगातार निगम की लापरवाही के चलते यह ऐतिहासिक धरोहर उपेक्षा का शिकार हो रही है. इससे पर्यटकों में आक्रोश है. जनप्रतिनिधियों ने भी इसके देखरेख और रखरखाव के लिए विकास कार्य हेतु सांसद, विधायक से आगे आने की मांग की है. निगमायुक्त संदीप श्रीवास्तव ने बताया कि, 'पार्षद दल ने मुलाकात कर समस्या से अवगत कराया है. जिसमें कुंडी भंडारे की साफ सफाई, उसकी देखरेख, रखरखाव सहित कई अन्य कामों को शुरू करने पर सहमति बनी है'.
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क्या है कुंडी भंडारा
इस क्षेत्र में 108 कुंडिया हैं, जिनकी गहराई 80 फीट है. 80 फीट नीचे से पानी बह कर लालबाग क्षेत्र में सप्लाई होता है. करीब 20 हज़ार लोग इस पानी को पीते हैं. यह एक ऐसा वाटर सिस्टम है जो बिना मशीन और बिना मोटर से पानी एक जगह से दूसरी जगह तक पहुंचाता है. यहां का पानी मिनिरल वाटर से भी ज्यादा शुद्ध है. कई वैज्ञानिक यहां पर रिसर्च करने भी पहुंच चुके हैं. वैज्ञानिकों ने अपने रिपोर्ट में भी इसे मिनरल वाटर से शुद्ध पानी का दर्जा दिया है. यहां पर देश-विदेश के पर्यटक भी इस जल प्रणाली को देखने के लिए आते हैं.