बुरहानपुर: जिले में 3 दिनों से रुक-रुककर बारिश का सिलसिला जारी है. दरअसल मंगलवार को बंभाड़ा गांव में बारिश आफत बनकर बरसी है. इस बार बारिश से लोगों को काफी परेशानियां झेलना पड़ रही हैं. लगातार हो रही बारिश से गांव से होकर गुजरने वाले दो नाले उफान पर आ गए, नाले का पानी बस स्टैंड व मुख्य प्रवेश द्वार की सड़कों पर भर गया. जिसके कारण सड़कों पर करीब 3 घंटे तक जल भराव की स्थिति बनी रही.
बारिश के चलते स्कूल नहीं जा सके बच्चे
जरूरी कामों के लिए लोगों को घुटने-घुटने तक पानी से होकर गुजरना पड़ा. इससे जनजीवन प्रभावित हुआ. स्कूली बच्चे स्कूल नही जा सके, इस समस्या के बाद ग्रामीणों ने पंचायत सरपंच सचिव पर लापरवाही का आरोप लगाया है. उनका कहना है कि बारिश से पहले नालों की साफ सफाई नहीं कराई है, जिसकी वजह से जलजमाव के हालात बन रहे हैं.
गांव बना टापू, आवागमन बाधित
बता दें कि, गांव का प्रवेश द्वार के टापू बन जाने से आवागमन 3 घंटे तक बाधित हुआ. जलजमाव से मोहद, बंभाड़ा का शाहपुर, बुरहानपुर सहित बाहरी गांवों से संपर्क टूट गया. इस पूरे घटनाक्रम में ग्रामीणों ने ग्राम पंचायत के सरपंच सचिव को जिम्मेदार ठहराया है. ग्रामीण बोले, ''पंचायत ने बारिश से पहले नालियों की साफ सफाई नहीं कराई है. यही वजह है कि निकासी के अभाव में गांव तालाब में तब्दील हो गया.'' अब ग्रामीणों ने नाले के चौड़ीकरण और गहरीकरण की मांग की है.
ग्रामीणों ने की नाले के चौड़ीकरण की मांग
ग्रामीणों के मुताबिक नाले के चौड़ीकरण और गहरीकरण से जलभराव की समस्या से काफी हद तक राहत मिलेगी. प्रशासन ने इस समस्या का निराकरण करना चाहिए, ताकि ग्रामीणों को राहत मिल सके. हालांकि इस पूरे मामले में सरपंच प्रतिनिधि प्रमोद सागर ने ग्रामीणों के आरोपों को निराधार बताया है, उनका कहना है कि, ''बारिश से पहले नालों की साफ सफाई कराई गई थी, अचानक नाले पर बाढ़ आ गई, जिसके कारण जलजमाव के हालात निर्मित हुए. ग्रामीणों की मांग का पंचायत स्तर पर निर्णय लेकर शासन स्तर पर पहुंचाया जाएगा.''