बूंदी. जिले की कापरेन थाना पुलिस ने भेड़ चोरी के मामले में फरार चल रहे इनामी आरोपी को डाबी इलाके से गिरफ्तार किया है. आरोपी पर पुलिस ने एक हजार रुपए का इनाम घोषित कर रखा था. वह दो साल से फरार था. इस मामले में पुलिस पहले ही 3 आरोपियों को गिरफ्तार कर चुकी है. ये लोग रैकी करने के बाद कार में आते और भेड़ बकरी चोरी कर ले जाते.
एसएचओ कमल सिंह ने बताया कि 22 अगस्त 2022 को मुकेश पुत्र बद्रीलाल गुर्जर निवासी डोलर ने मामला दर्ज कराया था. उसने रिपोर्ट में बताया था कि उसके पास 120 भेड़ हैं, इन्हें वह एक बाड़े में रखता है. एक दिन पहले यानि 21 अगस्त की रात को वह भेड़ों को बाड़े में भरकर पास ही मकान में सो रहा था. इसी बीच रात में अज्ञात चोर बाड़े से 25-30 भेड़ों को चुराकर ले गए. सुबह उठा तो भेड़ गायब मिली. आसपास पूछताछ की, लेकिन कोई पता नहीं चला. इस पर पुलिस में मामला दर्ज करवाया.
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पुलिस ने मामला दर्ज करने के बाद टीम गठित कर केशोरायपाटन, तालेड़ा, बूंदी, कोटा और डाबी आदि स्थानों में दबिश दी. टीम ने अज्ञात बदमाशों की पहचान के प्रयास कर भेड़ चोरी की घटना का खुलासा किया. इस वारदात में शामिल तीन आरोपियों अब्दुल बारी पुत्र अब्दुल वहाब व फारुक पुत्र इशुफ दोनों निवासी कोटा और कालू पुत्र गोमा बंजारा निवासी बूंदी को गिरफ्तार किया था. मामले में मुख्य आरोपी भज्जा उर्फ बजिया बंजारा और देवा पुत्र बीनिया बंजारा निवासी नाई का तालाब थाना डाबी फरार चल रहे थे. इसमें से पुलिस टीम ने भज्जा उर्फ बजिया बंजारा को डाबी से गिरफ्तार कर लिया.
रात को कार में करते थे वारदात: एसएचओ कमल सिंह ने बताया कि पूछताछ में आरोपियों ने बताया कि भेड़-बकरी चोरी की वारदात में शामिल भज्जा उर्फ बजिया बंजारा अपने साथियों अब्दुल बारी, कालू बंजारा, फारुक के साथ मिलकर पहले तो सुनसान इलाके की रैकी करते थे. रात के समय वे अब्दुल बारी की कार में आते और बाड़े से भेड़ व बकरियों की चोरी कर ले जाते. दूर के गांव में लेजाकर उनको बेच देते थे. कार में आने जाने से ग्रामीणों को कोई संदेह नहीं हो पाता था. अक्सर ये लोग बस्ती से दूर बने भेड़-बकरियों के बाड़े में वारदात को अंजाम देते थे.