लखनऊ: देश में लोकसभा चुनाव (LOK SABHA ELECTION 2024) होने जा रहे हैं. इसी क्रम में रविवार को बहुजन समाज पार्टी (BSP) ने राजधानी लखनऊ के मोहनलालगंज सीट से अपना प्रत्याशी घोषित कर दिया है. बता दें कि भाजपा व समाजवादी पार्टी ने पहले से ही मोहनलालगंज से अपने प्रत्याशी घोषित कर दिए थे. इसके बाद सबकी निगाहें बहुजन समाज पार्टी की ओर लगी थीं.
बता दें कि मोहनलालगंज सीट पर भारतीय जनता पार्टी का दो बार से कब्जा है. इस बार भी भारतीय जनता पार्टी ने अपने वर्तमान सांसद व केन्द्रीय मंत्री कौशल किशोर को अपना प्रत्याशी बनाया है. वहीं, समाजवादी पार्टी ने पूर्व मंत्री आरके चौधरी को मोहनलालगंज से अपना प्रतयाशी घोषित किया है. वहीं, बहुजन समाज पार्टी ने आज मोहनलालगंज से अपने प्रत्याशी के तौर पर राजेश कुमार (मनोज प्रधान) को टिकट दिया है.
पिछली बार भाजपा जीती थी ये सीट
पिछली बार भाजपा के प्रत्याशी कौशल किशोर ने अपने निकटतम प्रत्याशी समाजवादी पार्टी केसीएल वर्मा को हराकर यह सीट जीती थी. इस बार सीएल वर्मा ने चुनाव लड़ने से मना कर दिया, जिसके बाद समाजवादी पार्टी ने मोहनलालगंज क्षेत्र के पूर्व विधायक व यहीं से मंत्री रहे आरके चौधरी को अपना प्रत्याशी बनाया है.
मोहनलालगंज हाई प्रोफाइल सीट
बता दें कि मोहनलालगंज सीट काफी हाई प्रोफाइल सीट मानी जाती है. 1962 में पहली बार यहां, लोकसभा चुनाव हुआ था तो कांग्रेस की गंगा देवी यहां से सांसद चुनी गई थीं. गंगा देवी 1967 व 1971 में चुनाव जीतकर लगातार तीन बार यहां से सांसद बनीं. 1977 के लोकसभा चुनाव में भारतीय लोकदल के राम लाल कुरील ने कांग्रेस को हराकर यह सीट जीती थी. 1984 में कांग्रेस के कैलाशपति ने जीत हासिल की. उन्होंने सांसद राम लाल कुरील को चुनाव में हराया था. 1989 में जनता दल के प्रत्याशी को जीत मिली थी.
1991 में यहां से पहली बार भाजपा जीती थी
1991 में पहली बार यहां से भारतीय जनता पार्टी की प्रत्याशी पूर्णिमा वर्मा ने जीत हासिल की थी. उसके बाद लगातार चार बार समाजवादी पार्टी ने मोहनलालगंज में जीत हासिल की थी. 1996 के चुनाव में एक बार फिर भाजपा प्रत्याशी पूर्णिमा वर्मा ने जीत हासिल की थी. वर्ष 1998 व 1999 के चुनाव में समाजवादी पार्टी की प्रत्याशी रीना चौधरी ने जीत हासिल की थी. वर्ष 2004 में जय प्रकाश रावत व 2009 में सुशीला सरोज यहां से सांसद बनी थीं. वर्ष 2014 में भाजपा के कौशल किशोर ने एक बार फिर से जीत हासिल की. वर्ष 2019 के चुनाव में भी कौशल किशोर को यहां से कामयाबी मिली.