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सीएम योगी आदित्यनाथ से मिलीं ब्रिटिश उच्चायुक्त लिंडी कैमरून, यूपी में निवेश बढ़ाने पर की चर्चा - Lindy Cameron meets CM Yogi - LINDY CAMERON MEETS CM YOGI

ब्रिटिश उच्चायुक्त लिंडी कैमरून ने सीएम योगी से भेंट की. उन्होंने यूपी में निवेश बढ़ाने के अलावा कई बिंदुओं पर उनसे चर्चा की. मुलाकात के बाद ब्रिटिश उच्चायुक्त ने सोशल मीडिया पर इससे जुड़ी जानकारी साझा की.

सीएम योगी से मिलीं ब्रिटिश उच्चायुक्त.
सीएम योगी से मिलीं ब्रिटिश उच्चायुक्त. (Photo Credit; ETV Bharat)
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By ETV Bharat Uttar Pradesh Team

Published : Aug 9, 2024, 6:39 AM IST

लखनऊ : ब्रिटिश उच्चायुक्त लिंडी कैमरून ने गुरुवार को सीएम योगी आदित्यनाथ से उनके सरकारी आवास पर शिष्टाचार भेंट की. उच्चायुक्त ने ब्रिटेन और भारत की साझेदारी को आगे बढ़ाने के लिए मुख्यमंत्री का आभार जताया. उच्चायुक्त ने सोशल मीडिया के जरिए इस मुलाकात के बारे में बताते हुए लिखा है कि सीएम से उनकी यूपी में उच्च शिक्षा, व्यापार, इलेक्ट्रिक वाहनों और अन्य क्षेत्रों में अवसरों और भागीदारी को लेकर विस्तृत चर्चा हुई. वहीं सीएम योगी ने भी ब्रिटिश उच्चायुक्त के साथ हुई मुलाकात की तस्वीर सोशल मीडिया पर साझा की है.

सीएम योगी ने अपने एक्स हैंडल पर तस्वीर पोस्ट करते हुए लिखा है कि 'आज लखनऊ स्थित अपने सरकारी आवास पर ब्रिटिश उच्चायुक्त लिंडी कैमरून से शिष्टाचार मुलाकात हुई. सीएम योगी की इस पोस्ट पर रिप्लाई करते हुए ब्रिटिश उच्चायुक्त लिंडी कैमरून ने लिखा कि 'उत्तर प्रदेश की अपनी पहली यात्रा और किसी मुख्यमंत्री से पहली मुलाकात के दौरान मूल्यवान विचार साझा करने और भारत- ब्रिटेन के बीच साझेदारी को आगे बढ़ाने के लिए सीएम योगी का धन्यवाद. उच्च शिक्षा के संबंध, व्यापार के अवसर, इलेक्ट्रिक वाहनों और अन्य क्षेत्रों में इसे बहुत आगे ले जाना है.'

ब्रिटेन के निवेशकों को अवसर देता है यूपी : उल्लेखनीय है कि ऑक्सफोर्ड से स्नातक और यूके के राष्ट्रीय साइबर सुरक्षा केंद्र की पूर्व सीईओ लिंडी कैमरून को इसी वर्ष भारत में यूके की उच्चायुक्त के रूप में नियुक्त किया गया है. वह भारत में पहली महिला ब्रिटिश उच्चायुक्त भी हैं. उत्तर प्रदेश चमड़ा एवं टेक्सटाइल, स्वास्थ्य सेवा, सौर ऊर्जा, खाद्य प्रसंस्करण जैसे क्षेत्रों में ब्रिटेन के निवेशकों को अनेक अवसर प्रदान करता है. एबी मौरी जैसी कंपनियों ने पहले ही भारत में अपने निवेश के रूप में उत्तर प्रदेश को चुना है.

एबी मौरी पीलीभीत में लगा रही संयत्र : ब्रिटिश फूड्स पीएलसी एबी मौरी उत्तर प्रदेश के पीलीभीत में 1100 करोड़ रुपये की लागत से एक नया यीस्ट विनिर्माण संयंत्र स्थापित कर रही है. इसके लिए सरकार की ओर से कंपनी को भूमि आवंटित कर दी गई है. राज्य सरकार द्वारा औद्योगिक निवेश एवं रोजगार प्रोत्साहन नीति 2022 के अंतर्गत प्रोत्साहन (पूंजीगत सब्सिडी) के लिए लेटर ऑफ कंफर्ट भी अनुमोदित कर दिया गया है.

जीनस ब्रीडिंग भी लगा चुकी है इकाई : प्रदेश के विशाल बायोटेक इकोसिस्टम का लाभ उठाते हुए जीनस ब्रीडिंग इंडिया प्रा. लि. द्वारा 12 करोड़ रुपये के निवेश से पशुपालन विभाग द्वारा प्रदान की गई भूमि पर लखनऊ में अपनी इकाई स्थापित की है. इसी तरह उत्तर प्रदेश डिफेंस सेक्टर में निवेश के अवसरों के लिए यूके के लिए एक पसंदीदा गंतव्य के रूप में उभरा है.

इन कंपनियों ने भी यूपी में खोली यूनिट : यूके की कंपनी वेबली एंड स्कॉट (सियाल मैन्युफैक्चरर्स प्रालि) द्वारा 7.62 करोड़ रुपये के निवेश से संडीला फेज-2 औद्योगिक क्षेत्र में एयर गन की मैन्युफैक्चरिंग के लिए एक प्लांट स्थापित किया गया है. कंपनी ने जून 2020 में अपना संचालन प्रारंभ कर दिया है. इसके अतिरिक्त एफएमसीजी कंपनी यूनिलिवर ने हमीरपुर में और केमिकल कंपनी जॉनसन मैथे ने कानपुर में अपनी इकाई का सफलतापूर्वक संचालन कर रही हैं.

प्रगति कर रहा यूपी : मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ के नेतृत्व में उत्तर प्रदेश ने विश्व स्तरीय इंफ्रास्ट्रक्चर विकसित करने में उल्लेखनीय प्रगति की है. राज्य में विकसित हो रही वायु, जल, सड़क एवं रेल नेटवर्क की कनेक्टिविटी से राज्य के उद्योगों एवं मैन्युफैक्चरिंग इकाइयों को अपना माल भारत एवं विदेशों के बाजारों में भेजना बेहद आसान हो गया है. प्रदेश पांच अंतरराष्ट्रीय हवाई अड्डों के साथ देश का एकमात्र राज्य बनने के लिए तत्पर है.

देश सरकार द्वारा विभिन्न क्षेत्रों में निवेश आकर्षित करने के लिए लगभग 25 से अधिक नीतियां लागू कर औद्योगिक विकास के लिए कई सुधारात्मक कदम उठाए हैं. राज्य में विदेशी निवेश को आकर्षित करने के लिए विशिष्ट एफडीआई, फॉर्च्यून ग्लोबल एवं फॉर्च्यून इंडिया 500 कंपनियों के निवेश के लिए प्रोत्साहन नीति 2023 भी घोषित की है. गौरतलब है कि भारत में ईज ऑफ डूइंग बिजनेस रैंकिंग में उत्तर प्रदेश ने लगातार टॉप अचीवर की उपाधि प्राप्त की है.

यह भी पढ़ें : काकोरी ट्रेन एक्शन के 100 साल; ट्रेन के गार्ड की गवाही ने क्रांतिकारियों को दिलाई थी फांसी, पढ़िए आजादी के मतवालों की वीरगाथा

लखनऊ : ब्रिटिश उच्चायुक्त लिंडी कैमरून ने गुरुवार को सीएम योगी आदित्यनाथ से उनके सरकारी आवास पर शिष्टाचार भेंट की. उच्चायुक्त ने ब्रिटेन और भारत की साझेदारी को आगे बढ़ाने के लिए मुख्यमंत्री का आभार जताया. उच्चायुक्त ने सोशल मीडिया के जरिए इस मुलाकात के बारे में बताते हुए लिखा है कि सीएम से उनकी यूपी में उच्च शिक्षा, व्यापार, इलेक्ट्रिक वाहनों और अन्य क्षेत्रों में अवसरों और भागीदारी को लेकर विस्तृत चर्चा हुई. वहीं सीएम योगी ने भी ब्रिटिश उच्चायुक्त के साथ हुई मुलाकात की तस्वीर सोशल मीडिया पर साझा की है.

सीएम योगी ने अपने एक्स हैंडल पर तस्वीर पोस्ट करते हुए लिखा है कि 'आज लखनऊ स्थित अपने सरकारी आवास पर ब्रिटिश उच्चायुक्त लिंडी कैमरून से शिष्टाचार मुलाकात हुई. सीएम योगी की इस पोस्ट पर रिप्लाई करते हुए ब्रिटिश उच्चायुक्त लिंडी कैमरून ने लिखा कि 'उत्तर प्रदेश की अपनी पहली यात्रा और किसी मुख्यमंत्री से पहली मुलाकात के दौरान मूल्यवान विचार साझा करने और भारत- ब्रिटेन के बीच साझेदारी को आगे बढ़ाने के लिए सीएम योगी का धन्यवाद. उच्च शिक्षा के संबंध, व्यापार के अवसर, इलेक्ट्रिक वाहनों और अन्य क्षेत्रों में इसे बहुत आगे ले जाना है.'

ब्रिटेन के निवेशकों को अवसर देता है यूपी : उल्लेखनीय है कि ऑक्सफोर्ड से स्नातक और यूके के राष्ट्रीय साइबर सुरक्षा केंद्र की पूर्व सीईओ लिंडी कैमरून को इसी वर्ष भारत में यूके की उच्चायुक्त के रूप में नियुक्त किया गया है. वह भारत में पहली महिला ब्रिटिश उच्चायुक्त भी हैं. उत्तर प्रदेश चमड़ा एवं टेक्सटाइल, स्वास्थ्य सेवा, सौर ऊर्जा, खाद्य प्रसंस्करण जैसे क्षेत्रों में ब्रिटेन के निवेशकों को अनेक अवसर प्रदान करता है. एबी मौरी जैसी कंपनियों ने पहले ही भारत में अपने निवेश के रूप में उत्तर प्रदेश को चुना है.

एबी मौरी पीलीभीत में लगा रही संयत्र : ब्रिटिश फूड्स पीएलसी एबी मौरी उत्तर प्रदेश के पीलीभीत में 1100 करोड़ रुपये की लागत से एक नया यीस्ट विनिर्माण संयंत्र स्थापित कर रही है. इसके लिए सरकार की ओर से कंपनी को भूमि आवंटित कर दी गई है. राज्य सरकार द्वारा औद्योगिक निवेश एवं रोजगार प्रोत्साहन नीति 2022 के अंतर्गत प्रोत्साहन (पूंजीगत सब्सिडी) के लिए लेटर ऑफ कंफर्ट भी अनुमोदित कर दिया गया है.

जीनस ब्रीडिंग भी लगा चुकी है इकाई : प्रदेश के विशाल बायोटेक इकोसिस्टम का लाभ उठाते हुए जीनस ब्रीडिंग इंडिया प्रा. लि. द्वारा 12 करोड़ रुपये के निवेश से पशुपालन विभाग द्वारा प्रदान की गई भूमि पर लखनऊ में अपनी इकाई स्थापित की है. इसी तरह उत्तर प्रदेश डिफेंस सेक्टर में निवेश के अवसरों के लिए यूके के लिए एक पसंदीदा गंतव्य के रूप में उभरा है.

इन कंपनियों ने भी यूपी में खोली यूनिट : यूके की कंपनी वेबली एंड स्कॉट (सियाल मैन्युफैक्चरर्स प्रालि) द्वारा 7.62 करोड़ रुपये के निवेश से संडीला फेज-2 औद्योगिक क्षेत्र में एयर गन की मैन्युफैक्चरिंग के लिए एक प्लांट स्थापित किया गया है. कंपनी ने जून 2020 में अपना संचालन प्रारंभ कर दिया है. इसके अतिरिक्त एफएमसीजी कंपनी यूनिलिवर ने हमीरपुर में और केमिकल कंपनी जॉनसन मैथे ने कानपुर में अपनी इकाई का सफलतापूर्वक संचालन कर रही हैं.

प्रगति कर रहा यूपी : मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ के नेतृत्व में उत्तर प्रदेश ने विश्व स्तरीय इंफ्रास्ट्रक्चर विकसित करने में उल्लेखनीय प्रगति की है. राज्य में विकसित हो रही वायु, जल, सड़क एवं रेल नेटवर्क की कनेक्टिविटी से राज्य के उद्योगों एवं मैन्युफैक्चरिंग इकाइयों को अपना माल भारत एवं विदेशों के बाजारों में भेजना बेहद आसान हो गया है. प्रदेश पांच अंतरराष्ट्रीय हवाई अड्डों के साथ देश का एकमात्र राज्य बनने के लिए तत्पर है.

देश सरकार द्वारा विभिन्न क्षेत्रों में निवेश आकर्षित करने के लिए लगभग 25 से अधिक नीतियां लागू कर औद्योगिक विकास के लिए कई सुधारात्मक कदम उठाए हैं. राज्य में विदेशी निवेश को आकर्षित करने के लिए विशिष्ट एफडीआई, फॉर्च्यून ग्लोबल एवं फॉर्च्यून इंडिया 500 कंपनियों के निवेश के लिए प्रोत्साहन नीति 2023 भी घोषित की है. गौरतलब है कि भारत में ईज ऑफ डूइंग बिजनेस रैंकिंग में उत्तर प्रदेश ने लगातार टॉप अचीवर की उपाधि प्राप्त की है.

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