बेतिया: एशिया के विभिन्न हिस्सों में आयोजित रग्बी खेल टूर्नामेंट में अपनी प्रतिभा का लोहा मनवाने वाली बेतिया की दारोगा श्वेता शाही को मुख्यमंत्री नीतीश कुमार ने सम्मानित किया है. राजगीर में आयोजित कार्यक्रम में मुख्यमंत्री ने नालंदा के भदरी गांव निवासी श्वेता शाही को 25 लाख की राशि इनाम में दी है. श्वेता अभी बेतिया के पुलिस लाइन में तैनात है. उनकी उपलब्धि पर चंपारण रेंज के डीआईजी जयंकांत ने भी बधाई दी है.
श्वेता की उपलब्धियां: दारोगा श्वेता शाही को वर्ष 2023 में चीन के हैग्जहऊ में आयोजित एशियन गेम्स में 7वां स्थान प्राप्त हुआ. जबकि दोहा कतर में 2023 में आयोजित एशियन वुमेन सातवीं रग्बी ट्रॉफी में दूसरा स्थान. वर्ष 2019 और 2022 में इंडोनेशिया की राजधानी जकार्ता में आयोजित एशियन वुमेन रग्बी ट्रॉफी में दूसरा स्थान मिला था. फिलीपींस की राजधानी मनीला में तीसरा स्थान प्राप्त किया था. 2016 में युनाईटेड अरब एमिरात की राजधानी दुबई में आयोजित अंडर-18 गर्ल्स रग्बी चैम्पियनशिप में तीसरा स्थान प्राप्त की था.
"मैं मुख्यमंत्री को बहुत-बहुत बधाई देना चाहूंगी. पहले खेल को ज्यादा बढ़ावा नहीं दिया जाता था. लेकिन, आज सरकार इस पर पूरा ध्यान दे रही है. प्रतिभावान खिलाड़ियों को मौका मिल रहा है. खेल का अलग डिपार्टमेंट हो गया. मुझे यह नौकरी मेडल लाओ नौकरी पाओ के तहत मिली है. मुझे खेल कोटे से ही सब-इंस्पेक्टर का जॉब मिला है. नेशनल और इंटरनेशनल कई जगह पर मैं खेल चुकी हूं और मुझे मेडल भी मिला है, जिसे लेकर मुझे सम्मानित किया गया."- श्वेता शाही, सब इंस्पेक्टर, बेतिया
डीआईजी ने दी बधायी: चंपारण रेंज के डीआईजी जयंकांत ने श्वेता शाही को बधाई दी है. चंपारण रेंज के डीआईजी जयंकांत ने कहां कि श्वेता ने पूरे देश का नाम विभिन्न प्रतियोगिताओं में रोशन किया है. इससे युवा खिलाड़ियों को प्रोत्साहन मिलेगा. वहीं बेतिया सदर डीएसपी विवेक दीप और यातायात डीएसपी रंजन कुमार सिंह ने बताया कि अंतराष्ट्रीय स्तर की खिलाड़ी हमारे बिहार पुलिस में कार्यरत है. यह बिहार पुलिस के लिए भी सौभाग्य की बात है.
क्या है 'मेडल लाओ, नौकरी पाओ' योजना : बिहार सरकार खेल के प्रति लोगों का रुझान बढ़ाने के लिए 'मेडल लाओ, नौकरी पाओ' योजना लायी है. वर्ष 2023 के फरवरी महीने में सरकार ने इसकी घोषणा की थी. कैबिनेट की बैठक में इस मुद्दे पर मुहर भी लगी. राष्ट्रीय एवं अंतरराष्ट्रीय स्तर पर पदक जीतने वाले खिलाड़ियों को बिहार प्रशासनिक सेवा (एसडीएम), बिहार पुलिस सेवा (डीएसपी) या समकक्ष सीधे नौकरी दी जा रही है.
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