बुलंदशहर: बुलंदशहर में गंगा नदी पर 83 करोड़ रुपए की लागत से बन रहे पुल के तीन बीम शुक्रवार की रात गिर गए. यह पुल बुलंदशहर को अमरोहा से जोड़ने के लिए बनाया जा रहा है. पुल का निर्माण उत्तर प्रदेश राज्य सेतु निगम करा रहा है. गनीमत रही की कोई जनहानि नहीं हुई है. पिछले दो साल से पुल का निर्माण कार्य चल रहा है.
ग्रामीण उठा रहे गुणवत्ता पर सवाल: बता दें कि, 2021 में बुलंदशहर और अमरोहा को जोड़ने के लिए मडैया माली और बीरामपुर के बीच ये पुल बनना शुरू हुआ था. गंगा नदी पर बन रहे इस पुल की लंबाई एक किलोमीटर से कुछ अधिक थी. पुल निर्माण शुरू होने के दौरान भी निर्माण सामग्री में गड़बड़ी के आरोप लग रहे थे. और आखिरकार शुक्रवार रात को अचानक एक हिस्सा ढह गया.
डीएम ने बनाई जांच कमेटी: निर्माणाधीन पुल गिरने के बाद ग्रामीणों ने हंगामा शुरू कर दिया. और काम बंद करवा दिया है. ग्रामीणों का आरोप है कि घटिया निर्माण सामग्री के कारण एक साल पहले ही पुल में दरार पड़ गई थी. दुर्घटना के बाद मामले को छिपाने का प्रयास किया गया. स्थानीय लोगों के हंगामें के बाद जिला प्रशासन एक्टिव हुआ. जिलाधिकारी चंद्र प्रकाश ने सीडीओ की अध्यक्षता में तीन सदस्यीय टीम का गठन किया है. जिलाधिकारी का कहना है, जांच में जो भी दोषी होगा, उस पर कार्रवाई की जाएगी.
पीडब्लूडी ने भी दिए जांच के आदेश: 29 मार्च की रात गिरे निर्माणाधीन पुल के मामले में पीडब्लूडी ने भी जांच कमेटी का गठन किया है. मुख्य अभियंता सेतु पीडब्लूडी की अध्यक्षता में तीन सदस्यीय जांच समिति इस दुर्घटना की जांच करेगी. पीडब्लूडी के अनुसार पुल का निर्माण ईपीसी मोड पर कराया जा रहा है. क्षतिग्रस्त गर्डर का निर्माण अनुबंधित फर्म ही करेगी. जांच के बाद दोषियों पर कार्रवाई होगी.
अखिलेश यादव ने किया कटाक्ष: हादसे पर समाजवादी पार्टी के राष्ट्रीय अध्यक्ष अखिलेश यादव ने प्रदेश सरकार पर कटाक्ष किया है. अखिलेश यादव ने एक्स पर लिखा कि, 'जनता पूछ रही है भाजपा ने ठेके के बदले में जो ‘चुनावी चंदा’ लिया है, उसमें उस ठेकेदार ने कितना दिया, जिसके द्वारा बुंलदशहर में गंगा जी पर बनाया जा रहा पुल बनने के दौरान ही टूट कर गिर गया?'. उन्होंने लिखा है कि काम की गुणवत्ता से खिलवाड़ करके, बीजेपी लोगों के जीवन से खेल रही है.
बुलंदशहर में गंगा पर बन रहे पुल का एक हिस्सा गिरा, सपा मुखिया अखिलेश यादव ने योगी सरकार को घेरा