पटना : बीपीएससी अभ्यर्थियों ने गुरुवार 30 जनवरी को महा प्रदर्शन का ऐलान किया है. 70वीं प्रीलिम्स परीक्षा को रद्द कराने की मांग को लेकर के अभ्यर्थियों ने पटना में विशाल प्रदर्शन करने की घोषणा की है. अभ्यर्थियों का दावा है कि हजारों छात्र इस प्रदर्शन में शामिल होंगे.
कल पटना में होगा महा प्रदर्शन : अभ्यर्थी इसके लिए पटना के मुसल्लहपुर हाट, जो कोचिंग एरिया है उस क्षेत्र में जाकर छात्रों से इस प्रदर्शन में अधिक संख्या में शामिल होने की अपील किए हैं. इसके अलावा अभ्यर्थी प्रदेश के विभिन्न जिलों में जाकर भी इस प्रदर्शन के लिए छात्रों से समर्थन मांग रहे हैं.
छात्रों ने महाप्रदर्शन का किया ऐलान : शिक्षक रहमांशु सर, जो 18 दिसंबर से छात्रों के गर्दनीबाग में चल रहे प्रदर्शन में कंधे से कंधा मिलाकर साथ दे रहे हैं, उनका कहना है कि व्यथित होकर छात्र एक बार फिर पटना की सड़कों पर उतर रहे हैं. उन्होंने कहा कि छात्र गांधी के रास्ते पर 18 दिसंबर से ही गर्दनीबाग में शिक्षा सत्याग्रह कर रहे हैं.
''छात्रों की कोई बात नहीं सुनी गई है, ऐसे में महात्मा गांधी के पुण्यतिथि के मौके पर छात्रों ने एक बार फिर से पटना में सड़क पर उतरने का कॉल दिया है. छात्रों की आयोग से नाराजगी है कि जब मामला कोर्ट में था तो क्यों जल्दबाजी में आयोग ने रिजल्ट जारी कर दिया.''- रहमांशु सर, प्रदर्शनकारी अभ्यर्थी के साथ मौजूद शिक्षक
गलत उत्तर को आयोग ने सही बताया है : रहमांशु सर ने कहा कि आयोग की प्रक्रिया पर बहुत सारे प्रश्न हैं. 13 दिसंबर और 4 जनवरी को 2 दिन की परीक्षा में दोनों दिन चार-चार प्रश्न गलत हुए हैं. यह कोइंसिडेंस समझ से पड़े हैं. इसके अलावा फाइनल आंसर की जो जारी हुआ उसमें भी कई गलत उत्तर को सही उत्तर आयोग की ओर से घोषित किया गया है और उसी आधार पर रिजल्ट जारी हुआ है.
''आयोग गलत प्रचार कर रहा है कि कट ऑफ पिछले बार के बराबर रहा है. 69वीं में जितने अभ्यर्थी बैठे थे उससे कम अभ्यर्थी 70वीं में शामिल हुए और पिछली बार की तुलना में इस बार सीटों की संख्या भी तीन गुना अधिक थी. इस स्थिति में सीटों का 10 गुना रिजल्ट जारी करने में भी पिछले बार जितना ही कट ऑफ गया है अन्यथा यह कट ऑफ बहुत अधिक होता.''- रहमांशु सर, प्रदर्शनकारी अभ्यर्थी के साथ मौजूद शिक्षक
'कुछ अभ्यर्थियों को पास कराने के लिए ऐसा हुआ' : छात्र नेता सौरभ कुमार का कहना है कि आयोग ने जो रिजल्ट जारी किया है उसमें 6.6% अभ्यर्थी सफल हुए हैं. इसमें 13 दिसंबर को जो अभ्यर्थी परीक्षा दिए हैं उसमें सिर्फ 6.3 प्रतिशत अभ्यर्थी सफल हुए हैं, जबकि 4 जनवरी को परीक्षा देने वाले अभ्यर्थियों में 19.2 प्रतिशत अभ्यर्थी सफल हुए हैं. यह सरासर बता रहा है कि सिर्फ कुछ अभ्यर्थियों को पास कराने के लिए ऐसा हुआ है.
''आयोग जिस एक परीक्षा केंद्र पर गड़बड़ी की बात कर रहा था और परीक्षा कैंसिल की, उसकी जब दोबारा परीक्षा हुई तो 22 केंद्र पर परीक्षा आयोजित की गई. इस परीक्षा में प्रश्न भी स्तरीय नहीं पूछे गए. बहुत अनियमित हुई है जिसकी विरोध में तमाम अभ्यर्थी 30 जनवरी को पटना में शामिल हो रहे हैं.''- सौरभ कुमार, छात्र नेता
31 जनवरी को हाईकोर्ट में होनी है सुनवाई : बता दें कि अभ्यर्थियों के आंदोलन के एक दिन बाद पटना हाईकोर्ट में इस मामले पर सुनवाई होनी है. इस परीक्षा को रद्द करने के लिए कई याचिकाएं दायर हुईं हैं. कई ग्राउंड पर याचिका दायर किए गए. कोर्ट ने सभी याचिका को मर्ज करके एक में कर दिया है. पप्पू कुमार वर्सेस स्टेट वाले याचिका में सभी को मर्ज कर दिया गया है. इस याचिका पर शुक्रवार को हाई कोर्ट में सुनवाई होने वाली है.
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