जमशेदपुर: टाटा स्टील के सभी कर्मचारियों के बीच तीन सौ तीन करोड़ रुपये बंटेंगे. टाटा वर्कर्स यूनियन के अध्यक्ष ने बताया की कंपनी प्रबंधन श्रम विभाग के अधिकारी की मौजूदगी में बोनस समझौता हुआ है. बोनस की राशि 13 सितंबर तक सबके बैंक खाते में चला जाएगा.
देश की सौ साल से ज्यादा पुरानी टाटा स्टील कंपनी में कर्मचारियों के लिए बोनस समझौता हो गया है. टाटा वर्कर्स यूनियन के वर्तमान अध्यक्ष कमेटी मेंबर के साथ कंपनी के सीईओ सह एमडी टीवी नरेन्द्रन जिला श्रम विभाग के अधिकारी राजेश प्रसाद की मौजूदगी मे त्रिपक्षीय वार्ता में बोनस समझौता हुआ है. इस साल भी पुराने फार्मूला के आधार पर बोनस समझौता हुआ है. इस साल 303 करोड़ बोनस राशि पर समझौता हुआ है. बोनस समझौता के बाद टाटा वर्कर्स यूनियन के अध्यक्ष संजीव चौधरी अपने कमिटी मेंबर के साथ यूनियन कार्यालय पहुंचे. इस मौके पर ढोल-नगाड़ा बजाकर फूल माला पहनाकर कर्मचारियों ने उनका स्वागत किया है.
इसकी जानकारी देते हुए यूनियन के अध्यक्ष संजीव चौधरी उर्फ टुन्नू चौधरी ने बड़ी बात कही है. उन्होंने कहा कि चीन का उत्पादित स्टील अचानक खुले बाजार में कम रेट पर बिकने लगा. जिसके कारण कंपनी को पिछले साल की अपेक्षा घाटे का सामना करना पड़ा है. इसके बावजूद कंपनी कर्मचारियों की सेफ्टी और अन्य सुविधाओं में कोई कमी नहीं की है. वर्तमान में चार अतिरिक्त कंपनी टाटा स्टील में समाहीत हुई है. जिससे कर्मचारियों की संख्या में बढ़ोतरी हुई है. कंपनी के सभी 27454 कर्मचारियों को बोनस का लाभ मिलेगा. उन्होंने बताया कि इस साल 303.13 करोड़ रूपये बोनस के लिए प्रस्तावित है. जिसके तहत न्यूनतम बोनस 38203 रूपए और अधिकतम 409462 रूपये दिए जाएंगे. बोनस की राशि 13 सितम्बर तक सभी कर्मचारियों के बैंक अकाउंट में चला जाएगा. उन्होंने कर्मचारियों से अपील किया है की बोनस की राशि परिवार के भविष्य के लिए उपयोग करें.
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