अजमेर. पश्चिम बंगाल की मुख्यमंत्री ममता बनर्जी और संदेशखाली के टीएमसी नेता शाहजहां शेख के खिलाफ शुक्रवार को अजमेर में भाजपाइयों ने विरोध प्रदर्शन किया. जिला मुख्यालय के बाहर प्रदर्शन करते हुए भाजपा कार्यकर्ताओं ने बंगाल की सीएम ममता बनर्जी और तृणमूल कांग्रेस के नेता शाहजहां शेख के खिलाफ जमकर नारेबाजी की. दरअसल, पश्चिम बंगाल की संदेशखाली में महिलाओं से यौन शोषण और अत्याचार के साथ ही जबरन जमीन कब्जाने के मामले के आरोपी शाहजहां शेख के खिलाफ पूरे देश में गुस्सा है. भाजपा ने इस मुद्दे को लेकर देश के हर कोने में विरोध प्रदर्शन किया. इसी कड़ी में शुक्रवार को धार्मिक पर्यटन नगरी अजमेर में भी भाजपा के शहर और देहात कार्यकर्ताओं ने संयुक्त रूप से जिला मुख्यालय के बाहर जमकर विरोध प्रदर्शन किया.
बंगाल में जंगलराज : प्रदर्शन में शामिल अजमेर लोकसभा सांसद भागीरथ चौधरी ने कहा कि पश्चिम बंगाल में जंगलराज है. देश के प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने बेटी पढ़ाओ, बेटी बचाओ का नारा दिया. महिलाओं को एक तिहाई आरक्षण दिया जा रहा है. नारी शक्ति का वंदन किया जा रहा है तो वहीं, पश्चिम बंगाल में मुख्यमंत्री ममता बनर्जी जो खुद महिला हैं, उनके शासन में महिलाओं के साथ सरेआम दुष्कर्म और हत्याएं की जा रही हैं.
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बंगाल में लगे राष्ट्रपति शासन : सांसद भागीरथ चौधरी ने पश्चिम बंगाल की सीएम ममता बनर्जी बनर्जी पर तुष्टिकरण की राजनीति करने का आरोप लगाया. साथ ही बंगाल में राष्ट्रपति शासन लागू करने और सीएम के पद से ममता बनर्जी को बर्खास्त करने की मांग की. उन्होंने कहा कि संदेशखाली कांड के बाद से ही देश के युवाओं में जबरदस्त आक्रोश है.
बंगाल में कानून नाम की कोई चीज शेष नहीं बीच : शहर भाजपा अध्यक्ष रमेश सोनी ने कहा कि पश्चिम बंगाल में रक्षक ही भक्षक बन गए हैं. संदेशखाली में तृणमूल कांग्रेस के नेता शाहजहां शेख ने महिलाओं के साथ जो घिनौनी और दरिंदगी की है, उसके खिलाफ समूचे देश में आक्रोश है. उन्होंने आगे कहा कि शाहजहां शेख के लोगों ने वहां के बाशिंदों की जमीन हथियाई है. यह घोर निंदनीय है. सोनी ने कहा कि पश्चिम बंगाल में जांच के लिए ईडी की टीम जाती है तो वहां उन पर हमला होता है. महिला आयोग के कार्यकर्ता वहां पहुंचते हैं तो उन पर भी हमला होता है. इससे साफ है कि पश्चिम बंगाल में कानून नाम की कोई चीज शेष नहीं बची है. संदेशखाली में महिलाओं पर हुए अत्याचार के दोषी शाहजहां शेख और उसको बचाने में लगी सीएम ममता बनर्जी के विरोध में प्रदर्शन किया गया. उन्होंने कहा कि बंगाल में आमजन का रहना अब दुर्भर हो गया है. संदेशखाली में शाम 6 बजे के बाद महिलाओं का घर से निकलना तक मुश्किल हो गया है.