रांची: हेमंत सोरेन एक बार फिर झारखंड का कमान संभालने वाले हैं. सत्तारूढ़ विधायक दल की बैठक में सर्वसम्मति से हेमंत सोरेन को नेता चुना गया है. जाहिर तौर पर जल्द ही चंपाई सोरेन के स्थान पर झारखंड के नये मुख्यमंत्री के रूप में हेमंत सोरेन बनेंगे. यह तीसरा मौका है जब हेमंत सोरेन झारखंड के मुख्यमंत्री बनने जा रहे हैं.
हेमंत सोरेन के नेता चुने जाने पर बीजेपी ने तीखी प्रतिक्रिया व्यक्त की है. बीजेपी ने कहा कि यह साबित हो गया है कि शिबू सोरेन परिवार से बाहर कोई भी आदिवासी आदिवासी नहीं है. जिस तरह से हेमंत सोरेन को चंपाई सोरेन के स्थान पर एक बार फिर मुख्यमंत्री बनाने की कवायद की गई है, उससे साफ झलकता है कि इनका मकसद सिर्फ और सिर्फ लूट और लूट ही करना है.
भाजपा मीडिया प्रभारी शिवपूजन पाठक ने झारखंड मुक्ति मोर्चा पर हमला बोलते हुए कहा कि जिस तरह से चंपाई सोरेन को महज 5 महीने के लिए मुख्यमंत्री की जिम्मेदारी देकर उनसे छिनी जा रही है. वह कहीं से भी उचित नहीं है. अगले दो तीन महीने के अंदर में विधानसभा चुनाव होने हैं और इससे पहले सत्ता का हस्तांतरण करने के पीछे का मकसद क्या है यह समझा जा सकता है.
राज्यपाल के रांची लौटने के बाद तय होगा शपथ ग्रहण का समय
राज्यपाल सीपी राधाकृष्णन पुडुचेरी में हैं. आज शाम रांची वापस लौटने की खबर है. रांची लौटने के बाद राज्यपाल से मिलने के लिए सत्तारूढ़ दल के द्वारा समय की मांग की जाएगी तत्पश्चात निर्धारित समय पर चंपाई सोरेन के नेतृत्व में एक शिष्टमंडल राज्यपाल को इस्तीफा सौंपेंगे. इसके बाद नए विधायक दल के नेता के नाम की अनुशंसा राज्यपाल से करके उन्हें मुख्यमंत्री के रूप में जल्द से जल्द शपथ दिलाने का आग्रह करेंगे. शपथ ग्रहण राजभवन के द्वारा निर्धारित समय पर होगा. संभावना है कि शुक्रवार तक सारी प्रक्रिया पूरी कर ली जाएगी.
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