नई दिल्ली: दिल्ली सरकार में मंत्री कैलाश गहलोत को शराब घोटाला मामले में ईडी ने समन जारी कर पेश होने के लिए कहा है. उनपर आबकारी नीति का ड्राफ्ट तैयार करने का आरोप लगा है. इसे लेकर भाजपा ने कैलाश गहलोत के साथ-साथ आम आदमी पार्टी पर निशाना साधा है. भाजपा नेता मनजिंदर सिंह सिरसा ने दावा किया है कि शराब घोटाला मामले में कैलाश गहलोत अहम कड़ी हैं. उनसे पूछताछ में दूध का दूध और पानी का पानी हो पाएगा.
मनजिंदर सिंह सिरसा ने का कहना है कि, "मीडिया की खबरों से यह पता चला है कि अब ट्रांसपोर्ट मिनिस्टर कैलाश गहलोत को भी ईडी का समन मिला है. सिरसा के अनुसार कैलाश गहलोत शराब घोटाला मामले के महत्वपूर्ण कड़ी हैं, उनसे पूछताछ में काफी कुछ जानकारियां सामने आ सकती है. उनके अनुसार जब ग्रुप ऑफ मिनिस्टर यानी gom बना और अरविंद केजरीवाल ने तीन मंत्रियों का यह ग्रुप ऑफ मिनिस्टर बनाया. उसमें तीन मंत्री थे इसमें कैलाश गहलोत सतेंद्र जैन और मनीष सिसोदिया थे."
मनजिंदर सिंह सिरसा ने कहा कि एक बात स्पष्ट है कि, "इस पूछताछ में सारी बात सामने आ जाएगी कि किस तरह से यह पॉलिसी अपने लोगों को फायदा देने के लिए और खुद पैसा लेने के लिए बनाई गई. यह पॉलिसी कैलाश गहलोत तक कैसे आई क्या यही वह पॉलिसी थी जो मनीष सिसोदिया ने अरविंद केजरीवाल को उनके घर पर थमाई थी? क्या यही पॉलिसी थी जो साउथ के लोगों ने ड्राफ्ट करी थी? उन्होंने कहा कि कैलाश गहलोत से पूछताछ के बाद साफ हो जाएगा कि यह पॉलिसी जनता के लिए तो नहीं शराब कारोबारी जिन्होंने काला धन कमाने का यह रास्ता निकाला था और वह अरविंद केजरीवाल के दोस्त थे जिनके कहने पर यह सारी पॉलिसी बनाई गई और अब कैलाश गहलोत को यह स्पष्ट करना होगा कि उनके पास यह पॉलिसी कैसे आई."