देहरा: हिमाचल प्रदेश की तीन सीटों पर उपचुनाव के दौरान बीजेपी-कांग्रेस के बीच बयानबाजी का दौर जारी है. देहरा सीट सबसे हॉट मानी जा रही है. इस सीट पर सीएम सुखविंदर सिंह सुक्खू की पत्नी चुनाव लड़ रही हैं. इसके चलते सीएम सुक्खू विपक्ष के निशाने पर हैं.
बीजेपी के मुख्य प्रवक्ता और देहरा विधानसभा उपचुनाव के लिए पार्टी संयोजक राकेश जम्वाल ने सीएम सुक्खू पर निशाना साधते हुए कहा कि उनकी स्टार्टअप योजना का क्या हुआ? इस योजना का लाभ कब से प्रदेश के युवाओं को मिलना शुरू होगा. चुनाव के समय कांग्रेस ने गारंटी दी थी कि सरकार बनने पर हर विधानसभा क्षेत्र के युवाओं के लिए 10 करोड़ के हिसाब से 680 करोड़ रुपए के स्टार्टअप फंड का प्रबंध किया जाएगा. कांग्रेस के कई नेताओं ने इसके लिए चुनाव से पूर्व ही युवाओं से फॉर्म भी भरवा लिए थे. चुनाव के एक साल तक सरकार इस फंड के नाम पर खामोश रही. नवंबर 2023 में सरकार ने इस योजना के प्रथम चरण की शुरुआत की विधिवत घोषणा की अखबारों में बड़े-बड़े इश्तेहार छपे, सड़कों पर बड़े-बड़े होर्डिंग्स लगे.
राकेश जम्वाल ने कहा कि सरकार ने इस योजना के तहत उत्पादन इकाई लगाने के बजाय, इलेक्ट्रिक व्हीकल की खरीद में सब्सिडी देने की बात कही थी. हजारों की संख्या में प्रदेश के युवाओं ने आवेदन भी किया, लेकिन योजना की घोषणा हुए आठ महीने का समय बीत गया, लेकिन अभी तक एक भी व्यक्ति को इस योजना का लाभ नहीं मिला है. एक भी टैक्सी इस योजना के तहत अभी तक खरीदी नहीं जा सकी है. क्या इलेक्ट्रिक टैक्सी खरीदने में इतना समय लगता है. इस सरकार की मंशा ही नहीं है कि वह प्रदेश के लोगों के लिए काम करें.
राकेश जम्वाल ने कहा कि सुक्खू सरकार ने पूर्व की भाजपा सरकार की स्वावलंबन योजना को भी बंद कर दिया. बंद करने से पहले स्वीकृत की गई योजनाओं का बजट भी जारी नहीं किया गया है. कुछ ऐसे भी युवा है, जिन्हें कुछ किश्तें मिली हैं, लेकिन बाकी की किश्तें नहीं दी जा रही हैं. ऐसे में युवाओं को सरकार ने जानबूझकर अधर में लटका दिया है. सरकार युवाओं को लाखों की संख्या में रोजगार देने का वादा करके सत्ता में आई थी, लेकिन सरकार न खुद ही लोगों को रोजगार दे रही है और न ही उद्यमशील युवाओं को लोगों को नौकरी दे रही है.