शिमला: हिमाचल प्रदेश में इंदिरा गांधी प्यारी बहना सुख-सम्मान निधि योजना को लेकर राजनीति गरमा गई है. लोकसभा चुनाव से पहले प्रदेश सरकार द्वारा भरवाए जा रहे सुख सम्मान निधि के फॉर्म के खिलाफ भाजपा चुनाव आयोग पहुंची. विपक्षी दल भाजपा ने योजना के लिए फॉर्म प्रक्रिया पर रोक लगाने की मांग उठाई है. इसके अलावा सरकार पर विभिन्न जगह लगे भगवान राम के पोस्टर और बैनर को हटाने के आरोप लगाए हैं. नेता प्रतिपक्ष जयराम ठाकुर ने मंगलवार को भाजपा विधायकों संग चुनाव आयुक्त को ज्ञापन सौंपा और मामले में संज्ञान लेने की मांग उठाई.
'चुनाव पास आने से पहले भरवाए जा रहे फॉर्म'
नेता प्रतिपक्ष जयराम ठाकुर ने सुक्खू सरकार को आड़े हाथों लेते हुए कहा कि कांग्रेस सरकार ने बजट में महिलाओं को 1500 रुपए देने का प्रावधान नहीं किया था, लेकिन जैसे ही लोकसभा चुनाव पास आए कांग्रेस ने इस योजना को शुरू कर दिया और फॉर्म भरवाए जाने लगे. जयराम ने कहा कि पहले भी जब विधानसभा चुनाव नजदीक आए थे तो कांग्रेस ने महिलाओं से 1500 रुपए के लिए फॉर्म भरवाए थे और झूठ बोलकर सत्ता में आई थी. उन्होंने कहा कि बजट में योजना का कोई जिक्र नहीं है. वहीं, योजना के जो फॉर्म जारी किए हैं, उसमें भी सीएम सुखविंदर सिंह सुक्खू और पूर्व प्रधानमंत्री स्वर्गीय इंदिरा गांधी का फोटो लगे हैं.
'सरकारी योजनाओं की बजाए श्री राम के पोस्टर हटा रहे'
जयराम ठाकुर ने कहा कि महिलाओं से यह फॉर्म भरवाए जा रहे हैं, जो कि आचार संहिता का खुलेआम उल्लंघन करते हैं. यहां तक की सरकारी कार्यालयों से योजनाओं के पोस्टर तक नहीं हटाए गए हैं. जिला प्रशासन सरकारी योजनाओं के पोस्टर और बैनर हटाने की बजाए घरों के बाहर लगाए भगवान राम के पोस्टर और बैनर हटा रहे हैं. जबकि भगवान राम के पोस्टर से चुनाव आचार संहिता का कोई उल्लंघन नहीं होता है. उन्होंने चुनाव आयोग से इस पर संज्ञान लेने की मांग है.
सीएम सुक्खू का भाजपा पर पलटवार
वहीं, सीएम सुक्खू ने भाजपा पर पलटवार करते हुए कहा कि भाजपा काम रोको पार्टी बन गई है. सीएम ने सोशल मीडिया पर पोस्ट करते हुए भाजपा पर निशाना साधा. सीएम ने लिखा की भाजपा ने पहले राजस्थान में सरकार बनते ही ओपीएस पर रोक लगा दी. हिमाचल में ओपीएस पर रोक लगाने के लिए सरकार गिराने की कोशिश की. सीएम ने लिखा कि पैसा फेंको, सरकार गिराओ, काम रोको की संस्कृति हिमाचल में नहीं चलेगी.