फर्रुखाबाद : संसद परिसर में हुई धक्का मुक्की में घायल हुए सांसद मुकेश राजपूत स्वस्थ होकर रविवार को फर्रुखाबाद पहुंचे. जिला कार्यालय पर कार्यकर्ताओं ने आतिशबाजी और पुष्प वर्षा कर सांसद का भव्य स्वागत किया. इस दौरान मुकेश राजपूत ने अखिलेश यादव द्वारा बार-बार उनको सर्टिफिकेट सांसद कहे जाने पर तीखी प्रतिक्रिया दी है. सांसद मुकेश राजपूत ने कहा कि सपा के कई सांसद-विधायक बेहद कम अंतर से जीते हैं, क्या अखिलेश यादव उनका इस्तीफा दिलवाएंगे? इसके साथ ही राहुल गांधी और कांग्रेस पर भी मुकेश हमलावर रहे.
मुकेश राजपूत ने कहा कि राहुल गांधी और उनका शाही परिवार हमेशा ही दलित-पिछड़ों को कुचलने का काम करता है. इसीलिए राहुल गांधी ने जानबूझकर उन्हें और प्रताप सारंगी को धक्का मारने का काम किया. राहुल गांधी और कांग्रेस बाबा साहब के संविधान को जेब में रखकर चलती है. जवाहरलाल नेहरू के समय से ही बाबा साहब का सम्मान करने की कांग्रेस में कोई नीति नहीं रही है. जब बाबा साहब भीमराव अंबेडकर ने इस्तीफा दिया था तो जवाहरलाल नेहरू ने कहा कि ऐसे लोग आते-जाते रहते हैं. मुकेश ने सवाल उठाया कि जहां पर भाजपा सांसद प्रदर्शन कर रहे थे वहां पर राहुल गांधी क्यों आए और वहां आने का क्या प्रयोजन था? कहा कि कांग्रेस हमेशा भ्रम फैलाती है कि भाजपा बाबा साहब के संविधान को खत्म करना चाहती है, लेकिन राहुल गांधी के कृत्य दिखाते हैं कि वह संविधान नहीं मानते हैं. भाजपा ने ही संविधान दिवस मनाने का काम किया और बाबा साहब के मूल्य और उनके आदर्शों को जन-जन तक पहुंचाने का काम कर रही है.
सांसद मुकेश राजपूत ने अखिलेश यादव पर भी जमकर हमला बोला. कहा कि अखिलेश यादव के समय कैसे सर्टिफिकेट छीने जाते थे, यह तो किसी से छिपा नहीं है. 2014 में उन्होंने ऐसे व्यक्ति को प्रत्याशी बनाया, जिसके लिए कहा जाता था कि ऊपर परमेश्वर और नीचे रामेश्वर. अलीगंज में उनके बूथों को लूट लिया गया फिर भी वह डेढ़ लाख वोटों से जीते थे. उसके बाद 2019 का चुनाव करीब 2 लाख 25 हजार वोटों से जीते थे. सपा की सरकार में 2005 और 2006 में हुए जिला पंचायत चुनाव में एकमात्र भाजपा के जिला पंचायत अध्यक्ष बने थे.
अखिलेश यादव के बार बार सर्टिफिकेट सांसद कहे जाने पर सांसद मुकेश राजपूत ने चुनौती दी कि अखिलेश यादव खुद इस्तीफा दें और 5000 से कम वोटों से जीतने वाले अपने सांसदों का भी इस्तीफा दिलाएं. 500 से कम वोट से जीतने वाले विधायकों को इस्तीफा देने को कहें. तब मैं भी इस्तीफा दूंगा और फिर से चुनाव मैदान में आ जाएं. पता चल जाएगा कि कौन सर्टिफिकेट वाला सांसद है.