धर्मशाला: पूर्व केंद्रीय मंत्री और हमीरपुर से बीजेपी सांसद अनुराग ठाकुर ने सीएम सुक्खू पर जमकर निशाना साधा. अनुराग ने कहा कि पूर्व की जयराम सरकार ने प्रदेश में जनकल्याणकारी संस्थान खोले पर तालाबंदी की सरकार ने आते ही सब पर ताला जड़ दिया. उनकी विकास विरोधी सोच का शिकार जहां पूरा प्रदेश हुआ, वहीं उनका अपना ससुराल भी अछूता नहीं रहा, जो अपनी ससुराल का नहीं हुआ, वो देहरा का क्या होगा?
अनुराग ठाकुर ने आरोप लगाया कि सुखविंदर सिंह सुक्खू इतिहास में पहले मुख्यमंत्री होंगे, जिन्होंने भाजपा विधायकों का तो छोड़ो पर कांग्रेस के विधायकों का भी काम नहीं होने दिया. पहले तो लंबे समय तक मंत्री ही नहीं बनाएं और जब बनाया तो सिर्फ उनको जो उनके मित्र थे. वहीं, कांगड़ा जो कि सबसे बड़ा जिला हैं, उसे बिलकुल नजरंदाज कर दिया. जिन लोगों को मंत्री बनाया, उन्हें उनकी शक्तियों को बाधित कर मात्र सुविधाओं का लाभ लेने के लिए कि आप मात्र राजशाही का आनंद लो. बाकी कुछ बोलने या सुनने की आज्ञा आपको नहीं होगी. मुख्यमंत्री यहीं नहीं रुके हर मंत्री के साथ अपना मित्र सीपीएस लगा दिया और मंत्रियों की नकेल कस दी.
अनुराग ठाकुर ने कहा कि जब उनके मंत्रियों को भी अपने विधानसभा के कार्य करने के लिए मुख्यमंत्री की आज्ञा लेनी पड़ती थी, तो आजाद विधायकों को प्रताड़ित करने में उन्होंने कोई कसर नहीं छोड़ी. ऐसे में कोई उनके साथ कैसे कार्य करता और घुटन के माहौल में आखिर आजाद विधायकों को इस्तीफा देना पड़ा और भाजपा के साथ जुड़ जनता की आवाज को बुलंद करने के लिए इस्तीफे जैसे रास्ते को चुनना पड़ा. जैसे सुक्खू सरकार ने 18 महीने का कार्यकाल अपने नाम के अनुसार सूखा दिया, उसी प्रकार 2 साल का समय और भी रहेगा और फिर हिमाचल की जनता इस निरंकुश व्यक्ति को सत्ता से बाहर का रास्ता दिखा देगी. कांग्रेस सरकार ने केवल झूठे वादे किए और विकास के लिए कोई ठोस कदम नहीं उठाए. जनता को कांग्रेस की झूठे वादों में नहीं आना चाहिए.
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