मंडी: पालमपुर में सिरफिरे आशिक ने लड़की पर दराट से जानलेवा हमला किया, जिसके बाद से प्रदेश सरकार कानून व्यवस्था को लेकर भाजपा के निशाने पर है. इस घटना के बाद भाजपा लगातार सत्ताधारी दल पर हमलावर है. भाजपा प्रमुख प्रवक्ता एवं सुंदरनगर विधायक राकेश जम्वाल ने कानून व्यवस्था को लेकर सीएम सुखविंदर सिंह सुक्खू को घेरा. उन्होंने सीएम सुक्खू पर निशाना साधते हुए कहा मुख्यमंत्री जी इलाज का खर्च नहीं, बल्कि बेटियां सुरक्षा चाहती है.
राकेश जम्वाल ने कहा, "प्रदेश में बिगड़ते माहौल के बीच जनता और बेटियां सुरक्षा चाहती हैं. जबकि सूबे के सीएम इस हमले में घायल बेटी के इलाज का खर्च उठाने की बात कर रहें है और कह रहे हैं कि यह मामला लॉ एंड ऑर्डर का नहीं है. इतना ही नहीं सीएम ने इस हमले में घायल बेटी के घर जाना भी उचित नहीं समझा. आज प्रदेश सरकार के कार्यकाल में कानून व्यवस्था पूरी तरह से चरमराई हुई है. यह सरकार कहीं भी गंभीर नजर नहीं आ रही है".
राकेश जम्वाल ने कहा, "सीएम अपनी 15 माह के कार्यकाल की उपलब्धि बताने की बजाय केंद्र पर मदद न मिलने का ठिकरा फोड़ रहे हैं. जबकि इनके ही मंत्री विक्रमादित्य सिंह कह रहें हैं वे केंद्र से करोड़ों लेकर आए हैं. जिससे जाहिर होता है कि सीएम और मंत्रीमंडल के बीच आपसी तालमेल नहीं है. इसी तालमेल की कमी से आज इस सरकार के बड़े-बडे नेता लोकसभा चुनावों से दूर भाग रहें हैं. हमीरपुर संसदीय सीट पर भी सीएम और डिप्टी सीएम चुनाव लड़ने के लिए एक-दूसरे के पाले में गेंद फेंक रहे हैं".
राकेश जम्वाल ने मंडी की सरदार पटेल यूनिवर्सिटी का दायरा कम करने पर भी सीएम सुखविंदर सिंह सुक्खू और मंडी संसदीय सीट से कांग्रेस प्रत्याशी विक्रमादित्य सिंह पर निशाना साधा. जम्वाल ने आरोप लगाया कि प्रदेश सरकार मंडी के साथ भेदभाव कर रही है और यह सरकार एसपीयू मंडी को बंद करना चाहती है. चुनावों के दौरान जनता कांग्रेस प्रत्याशी विक्रमादिय सिंह से अब हिसाब मांगेगी की आपने मंडी के लिए क्या लड़ाई लड़ी.